नई दिल्ली। आज अपने हिंदुस्तान में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो कथावाचिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी को न जानता हो. करोड़ों लोग सोशल मीडिया पर 28 साल की जया किशोरी की कथाएं और बातों को सुनना पसंद करते हैं. बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ कथा वाचक जया किशोरी की शादी का अफवाह इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. यूं तो बागेश्वर बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्‍ण शास्‍त्री और जया किशोरी दोनों के मोटिवेशनल वीडियो जमकर पसंद किए जा रहे है. जया किशोरी भी समय-समय पर शादी-विवाह, पारिवारिक रिश्‍तों और नैतिक शिक्षा को लेकर अपने मन की बात दुनिया के सामने रखती हैं. इस बीच उन्‍होंने सच्‍चे प्रेम की परिभाषा बताई है. आइए जानते हैं जया किशोरी ने सच्‍चे प्रेम के बारे में क्‍या कहा है?

जया किशोरी धार्मिक पुस्तकों का हवाला देते हुए जीवन को आसान बनाने के उपाय बताती हैं. जया किशोरी अपनी कथाओं में शादी, चरित्र निर्माण और जीवन में भगवान की भक्ति पर रोशनी डालते हुए अपनी बातें कहती हैं. जया किशोरी के मुताबिक, ‘खुद के पास जो भी है उसे दे देना, उसे ही प्यार कहते हैं. लेकिन जब हम खुद को अर्पण कर देते हैं, उसे प्रेम कहते हैं. अगर आप सच में चाहते हैं कि आपके रिश्ते हमेशा के लिए चलें तो आपको प्रेम की असली परिभाषा को समझ कर रिश्तों को निभाना सीखना होगा.’

जया किशोरी अपने वीडियो में प्रेम की परिभाषा बता रही हैं. इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि सच्चा प्रेम हमेशा निस्वार्थ होना चाहिए. अगर उसके पीछे आपका कोई स्वार्थ जुड़ा है तो वह प्रेम हो ही नहीं सकता. उन्होंने कहा कि सच्चे प्रेम के लिए कोई वजह या कारण नहीं होना चाहिए. जया किशोरी प्यार की परिभाषा बताते हुए आगे कहती हैं कि अगर कोई स्वार्थ के चलते प्यार का दिखावा करता है तो वो केवल तब तक आपके साथ रहेगा, जब तक उसका काम नहीं निकल जाता है. वो काम शारीरिक, आर्थिक, भावनात्मक, बौद्धिक या कोई अन्य काम हो सकता है. जिस दिन उसका स्वार्थ यानी काम खत्म हो जाएगा, उसी दिन प्यार भी खत्म हो जाएगा.

प्यार किसी को बना सकता है तो बर्बाद भी कर सकता है. इसलिए प्यार में किसी को धोखा न दें. आप असल जिंदगी में जैसे हैं वैसे ही खुद को पेश करें. ऐसा करने से सारी चीजें पहले से साफ हो जाएंगी तो सभी को ये जिंदगी खूबसूरत लगने लगेगी.