लखनऊ: राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने अपने नाम में बदलाव किया है। सोशल मीडिया पर अपने नाम में बदलाव के कारणों को भी उन्होंने समझाया है। जयंत चौधरी ने ट्विटर हैंडल पर अपने नाम में बदलाव कर उसके कारणों के बारे में भी जानकारी दी है। जयंत सिंह से अपना नाम बदलकर उन्होंने ट्विटर पर जयंत सिंह बिश्नोई कर लिया है। ट्विटर हैंडल पर नाम में बदलाव को हालिया हटनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, हाल के दिनों में पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आने के बाद बिश्नोई गैंग काफी चर्चा में है। ऐसे में जयंत चौधरी ने अपने नाम में बदलाव कर साफ किया है कि बिश्नोई समाज को कुछ अराजक तत्वों के कारण बदनाम नहीं किया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद बने जयंत चौधरी ने ट्विटर पर अपने नाम बदलने का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि क्या आप जानते हैं, मेरे नाम में अजित सिंह की इच्छा के अनुरूप कुमार भी है? माताजी की स्मृति और शांतिप्रिय बिश्नोई समाज के सम्मान में जून माह के लिए ट्विटर पर नाम जोड़ा है। ऐसे वक्त, जब धर्म और जाति आधारित बंटवारों की चर्चा है, शायद कुछ लोगों की आंखों से पर्दे उठ जाएं। जयंत चौधरी के इस बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे लॉरेस बिश्नोई से भी जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि रालोद नेता एक साथ कई मसलों पर हमले करते दिख रहे हैं।
आपराधिक समूह को बिश्नोई गैंग बताने पर भड़के
जयंत चौधरी एक आपराधिक गैंग को बिश्नोई गैंग बताने पर भड़के हुए हैं। दरअसल, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या मामले में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आने के बाद से ही बिश्नोई गैंग की चर्चा हो रही है। मीडिया का एक बड़ा वर्ग विश्नोई गैंग की घटना में संलिप्तता की बात कर रहा है। ऐसे में जयंत चौधरी ने सोमवार को एक ट्वीट के जरिए हमला बोला था। उन्होंने लिखा कि कुछ मीडिया एक आपराधिक समूह को बार-बार बिश्नोई गैंग का बताकर पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग रहने वाले शांतिप्रिय बिश्नोई समाज की भावना आहत कर रहा है। अब उन्होंने अपना नाम बदल कर इस मामले में अपना विरोध दर्ज कराया है।
एक अन्य ट्वीट में जयंत चौधरी ने लिखा कि रोज थोड़ा जहर खाने वाले सोचते हैं कि हम बच जाएंगे। लेकिन, जब दिल में इतनी नफरत कोई पालता है तो खुद भस्म हो जाता है। उन्होंने भाजपा प्रवक्ताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि एक-दो प्रतिनिधि को हटाने से बात नहीं बनेगी। अपनी विचारधारा बदलो। भारत सबका है। हमारी बहुसंस्कृतिक संस्कृति हमारी पहचान है।