नई दिल्ली/गढ़मुक्तेश्वर । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार दोपहर बाद हुए उपद्रव को लेकर सोमवार सुबह राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी दिल्ली से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए। जैसे ही वह गढ़ टोल पर पहुंचे तो उनको रोकने के लिए डीएम और एसपी ने भी अपनी गाड़ी दौड़ा दी, लेकिन टोल प्लाजा पर तैनात भारी पुलिस बल होने के बाद भी जयंत चौधरी वहां से निकलने के लिए कामयाब हो गए। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी नोकझोंक और धक्का-मुक्की भी हुई।

लखीमपुर की निघासन तहसील के तिकुनिया कस्बे में रविवार को उपद्रव हो गया था। जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी। रविवार देर शाम राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी लखीमपुर जाने के लिए ऐलान किया। जिसको लेकर देर रात से ही जनपद की सीमाओं पर पुलिस को तैनात कर दिया गया।

सोमवार सुबह करीब आठ बजे जयंत चौधरी का काफिला जैसे ही जनपद की सीमा में प्रवेश किया तो डीएम अनुज कुमार सिंह और एसपी दीपक भूकर ने उनको रोकने के लिए अपने वाहन पीछे दौड़ा दिए, लेकिन वह किसी के हाथ नहीं आए। जैसे ही उनका काफिला गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित टोल प्लाजा पर पहुंचा तो वहां पहले से तैनात पुलिस बल को देखकर एक बार जयंत का काफिला रोक दिया, लेकिन उनके पीछे चल रही कारों से उतरे कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों को धक्का-मुक्की करते हुए बैरिकेडिंग तोड़ दी और काफिला निकाल लिया।

इस दौरान कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रघुराज सिंह गुर्जर ने रोकने का प्रयास किया तो कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की की। इसके बाद जयंत चौधरी अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के काफिले के साथ जनपद की सीमा से जनपद अमरोहा की सीमा में प्रवेश कर गए। वहीं इसके बाद से छिजारसी टोल और ब्रजघाट टोल पर सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।