नई दिल्ली. कॉलिंग और इंटरनेट को पांचवे चरण पर ले जाने के लिए 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी होने जा रही है। इसके लिए अडानी समेत चार कंपनियों ने आवेदन दाखिल कराए थे। आज मंगलवार को अप्लीकेंट्स की ऑफिशियल लिस्ट जारी कर दी गई है।
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने कहा है कि 600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज़ बैंड में स्पेक्ट्रम का उपयोग करने के अधिकारों के लिए आगामी 5जी नीलामी में भाग लेने के लिए अडानी डेटा नेटवर्क्स लिमिटेड, रिलायंस जियो इन्फोकॉम, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड और भारती एयरटेल लिमिटेड को आवेदन मिले हैं। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने कहा कि “यह लिस्ट केवल जानकारी के लिए है। इन आवेदनों को अभी प्रोसीड किया गया है।”
आपको बता दें कि शुक्रवार को अचानक अडानी समूह के स्पेक्ट्रम दौड़ में शामिल होने की सूचना मिली थी। हालांकि, यह खबर सूत्रों के हवाले से दी गई थी। बाद में अडानी समूह ने आधिकारिक तौर पर इस खबर पर मुहर लगा दी। हालांकि, इस खबर के बाद टेलीकॉम इंडस्ट्री में खलबली मच गई है। खबर आने के बाद से ही काॅम्पीटिर कंपनियों जैसे कि भारती एयरटेल के शेयर लगातार गिर रहे हैं।
अडानी ग्रुप ने बताया कि वह टेलीकॉम स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल हवाई अड्डों से लेकर अपने व्यवसायों का समर्थन करने के लिए एक निजी नेटवर्क के रूप में करेगा। अडानी ग्रुप ने अपने बयान में कहा, ‘‘हम हवाईअड्डों, बंदरगाहों और लॉजिस्टिक, बिजली उत्पादन, पारेषण, वितरण और विभिन्न मैन्युफैक्चरिंग कार्यों में बढ़ी हुई साइबर सुरक्षा के साथ ही निजी नेटवर्क समाधान मुहैया कराने के लिए 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में भाग ले रहे हैं।’’