लखनऊ। यूपी में साथी पशु चिकित्सक पर हुई कार्रवाई से खफा छह डाक्टरों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। अमरोहा में जहरीला चारा खाने से 60 गायों की मौत मामले में पशुपालन विभाग ने सहारनपुर जिले के छह पशु चिकित्सकों का त्यागपत्र मंजूर कर लिया है। इन चिकित्सकों ने अमरोहा के दो डाक्टरों पर कार्रवाई के विरोध में सोमवार को ही सामूहिक त्यागपत्र देने का अल्टीमेटम दिया था।
माना जा रहा है कि पशु चिकित्सक संघ ने निलंबन वापसी का दबाव बनाया तो सरकार ने बड़ा पलटवार लामबंद चिकित्सकों पर किया है। इसके बाद भी पशु चिकित्सा संघ उत्तर प्रदेश सामूहिक त्यागपत्र देने के अल्टीमेटम पर अड़ा है।
पशुधन विभाग के विशेष सचिव देवेंद्र कुमार पांडेय की ओर से जारी आदेश में लिखा है कि उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सा संघ जिला इकाई सहारनपुर के पैड पर उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सदर सहारनपुर डा. प्रमोद कुमार ने राजकीय सेवा से त्यागपत्र दिया गया है उसे स्वीकार किया जाता है।
इसी तरह उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पशुधन विकास डा. सुनील दत्त, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी चिकित्सा स्वास्थ्य डा. मुकेश गुप्ता, पशु चिकित्साधिकारी पुवारका डा. संजय चतुर्वेदी, पशु चिकित्साधिकारी दूधला डा. नागेंद्र सिद्धू व पशु चिकित्साधिकारी काजीपुरा डा. अखिलेश गुप्ता का त्यागपत्र स्वीकार किया गया है। आदेश में इसका उल्लेख नहीं है कि छह पशु चिकित्सकों ने आखिर त्यागपत्र क्यों दिया है।
अमरोहा में जहरीला चारा खाने से 60 गायों की मौत हो गई थी। गोशाला में चारे की आपूर्ति करने वाले को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। इस प्रकरण में गंगेश्वरी अमरोहा के पशु चिकित्सक डा. तेजपाल सिंह को निलंबित किया गया, जबकि हसनपुर अमरोहा के उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. नरेंद्र सिवाच पर अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने का आदेश हुआ। अमरोहा, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोजाबाद व सहारनपुर जिले के पशु चिकित्सकों ने शासन की इस कार्रवाई का विरोध किया है। सहारनपुर के छह चिकित्सकों ने संघ के पैड पर सशर्त सामूहिक इस्तीफा निदेशक पशुपालन को भेजा। उधर, पशुपालन निदेशक डा. इंद्रमणि ने बताया कि उन्हें अधिकृत तौर पर इस्तीफा नहीं मिला है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को ही इस प्रकरण में सहारनपुर पशु चिकित्सकों की ओर से पशुपालन निदेशक को भेजे गए पत्र को ट्वीट के जरिए साझा किया। जिसमें पशु चिकित्सकों ने इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि सपा प्रमुख ने इस प्रकरण पर कोई टिप्पणी नहीं की। इसको सरकार व पशुधन विभाग ने गंभीरता से लिया और कार्रवाई कर दी।
उत्तर प्रदेश पशु चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार व महामंत्री डा. संजीव कुमार सिंह ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। इसमें निलंबन वापस लेने का अनुरोध किया है। संघ ने अल्टीमेटम दिया है कि एलएसडी टीकाकरण का बहिष्कार करेंगे और प्रदेश भर के चिकित्सक सशर्त सामूहिक इस्तीफा देंगे। उनका कहना है कि गलती चारा सप्लाई करने वाले व प्रधान की थी, जबकि निलंबन चिकित्सकों का किया जा रहा। उन्होंने कहा कि अमरोहा में पशु चिकित्सकों ने अहर्निश चिकित्सा करके करीब 100 बीमार गायों को बचाया, उसके बाद भी चिकित्सकों को दंडित करना सही नहीं है।