नई दिल्ली। मराठी फिल्म इंडस्ट्री और बॉलीवुड के लिए आज यह बहुत बुरी खबर है. दिग्गज एक्टर किशोर नांदलस्कर का कोरोना वायरस के कारण संक्रमण के चलते निधन हो गया. कोरोनो वायरस से संक्रमित होने के बाद उन्हें कुछ दिनों पहले ठाणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. किशोर नांदलस्कर ने मंगलवार को दोपहर 12.30 बजे आखिरी सांसे लीं.

 

नांदलस्कर पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस से पीड़ित थे. वे मराठी फिल्मों के बड़े स्टार थे. किशोर नांदलस्कर ने न केवल मराठी सिनेमा में काम किया बल्कि बॉलीवुड फिल्मों में भी खूब काम किया. 40 नाटकों और 20 से अधिक सीरीज में भी किशोर ने काम किया. वहीं उन्होंने 30 से अधिक मराठी फिल्में भी कीं. अपने छोटे किरदारों से भी उन्होंने लोगों पर कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी है. इंडस्ट्री के कई बड़े चेहरे उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं.

किशोर नांदलस्कर के‌ पोते अनीष ने मीडिया को निधन की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोविड सेंटर में भर्ती कराने से पहले उन्हें सांस लेने और बात करने में काफी तकलीफ थी. उनका ऑक्सीजन लेवल भी बहुत कम था.
‘सन्‍नाटा’ का रोल आज भी है लोगों को याद

उन्‍होंने ‘खाकी’, ‘सिंघम’, ‘जिस देश में गंगा रहती है’ और ‘वास्‍तव’ जैसी हिंदी फ‍िल्‍मों में काम किया था. साल 2000 में रिलीज हुई गोविंदा स्‍टारर फिल्‍म ‘जिस देश में गंगा रहता है’ में ‘सन्‍नाटा’ का रोल अदा किया था, जो लोगों को खूब पसंद आया था. दो दशकों से अधिक वक्त उन्होंने सिनेमा को दिया. किशोर नांदलस्कर ने कई हिंदी फिल्मों में चरित्र भूमिकाएं भी निभाईं थीं.

किशोर नांदलस्कर ने साल 1989 में मराठी फिल्म ‘इना मीना डीका’ से फिल्म जगत में डेब्यू किया था. उन्होंने मराठी फिल्मों ‘मिस यू मिस’, ‘भविष्याची ऐशी तैशी’, ‘गाव थोर पुढारी चोर’, ‘जरा जपुन करा’, ‘हैलो गंधे सर’, ‘मध्यममार्ग – द मिडिल क्लास’ जैसी कई फिल्मों में कमाल का अभिनय किया था.