नई दिल्ली । भाजपा के आइटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कुंडली बॉर्डर पर हुई युवक की हत्या के बाद किसान नेता राकेश टिकैत पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि अगर योगेंद्र यादव के बगल में बठैकर राकेश टिकैत लखीमपुर में हुई मॉब लिंचिंग को सही न ठहराते तो आज सिंघु बार्डर पर युवक की इस तरह से हत्या न होती। उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर इन विरोध प्रदर्शनों के पीछे फैलाई जा रही अराजकता को बेनकाब करने की जरूरत है। 

लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के बाद आक्रोशित भीड़ ने भाजपा कार्यकर्ताओं को पीट-पीट कर मार डाला था। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ता किसानों का विरोध करने लगे थे। कई जगह यह भी मांग उठने लगी कि लोगों की पहचान कर उनपर भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि वह इसे मॉब लिंचिंग नहीं मानते यह सिर्फ क्रिया की प्रतिक्रिया है।

अमित मालवीय का यह बयान तब सामने आया है जब शुक्रवार सुबह कुंडली बॉर्डर पर युवक की हत्या कर दी गई। युवक का शव बैरिकेट्स से लटका मिला था और उसका एक हाथ कटा हुआ था। पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान लखबीर सिंह पुत्र हरनाम सिंह के रूप में की गई है। वह तरन तारन जिले के गांव चीमा खुर्द का रहने वाला था। इस घटना की एक वीडियो भी वायरल हुई है, जिसमें कुछ निहंगों को युवक के शव के पास खड़े देखा जा रहा है। निहंग कह रहे हैं कि युवक को गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की सजा दी गई है। पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 
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