यहां स्पष्ट कर दें कि निशा दहिया स्थानीय लेवल की महिला पहलवान थीं और वह सोनीपत की रहने वाली थीं। इससे पहले कई मीडिया संस्थानों ने नाम में गलफहमी की वजह से रोहतक की रहने वाली नेशनल लेवल की निशा दहिया की हत्या की खबर चला दी थी। खबर चलने के बाद मीडिया के सामने आकर निशा दहिया ने अपनी हत्या का खंडन किया है। जिस निशा दहिया की हत्या हुई है वह राष्ट्रीय लेवल की खिलाड़ी नही थी।
हलालपुर गांव से नाहरी रोड पर करीब पांच साल से सुशील कुमार कुश्ती अकादमी चल रही है। इसे रोहतक जिला के गांव बालंद निवासी पवन कोच चलाता है। अकादमी में आसपास के गांव के युवक-युवती कुश्ती का प्रशिक्षण लेने आते हैं। इसी अकादमी में हलालपुर निवासी 22 वर्षीय युवती निशा भी प्रशिक्षण ले रही थी। उसका 18 वर्षीय भाई सूरज उसे रोजाना मोटरसाइकिल से अकादमी में छोड़ने आता था। बुधवार को भी सूरज अपनी बहन निशा को छोड़ने आया था।
बताया जाता है कि दोपहर करीब डेढ़ बजे अकादमी में निशा की और अकादमी से कुछ दूरी पर नहर पार करके हलालपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर उसके भाई सूरज की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यही नहीं, नहर के पास ही इनकी मां धनपति को भी गोली मारी गई, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर धनपति को खरखौदा के सरकारी अस्पताल भिजवाया, जहां से उसे पीजीआइ, रोहतक रेफर कर दिय गया है।
फिलहाल गोली मारने का आरोप कोच पवन पर लगाया जा रहा है। पवन की पत्नी भी अकादमी में ही कोच थी। पुलिस के अनुसार, पवन कोच अपनी पत्नी व बच्चों के साथ फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। वारदात के पीछे फिलहाल पैसों का लेन-देन बताया जा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।