रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे रोडवेज की अनुबंधित बड़ौत डिपो की बस दिल्ली से सहारनपुर जा रही थी। बस में करीब 60 यात्री सवार थे। बस जब गांव लिलौन में मोड़ के निकट पहुंची, तो अचानक असंतुलित होकर यामीन चौधरी के घर के बाहर बने चबूतरे से टकरा गई। टक्कर लगने से दीवार, चबूतरा और पौधे क्षतिग्रस्त हो गए। बस का अगला हिस्सा और शीशा भी दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो गया। दुर्घटना में बस चालक राकेश निवासी नरौला जिला हापुड़ के अलावा यात्री ग्यासुद्दीन निवासी कांधला, मनीषा निवासी बड़ौत, गय्यूर निवासी बरनावा शेखपुरा थाना बिनौली जिला बागपत, सुनीता निवासी कांधला, सविता निवासी गांव भारसी, भूरा निवासी लोनी जिला गाजियाबाद और रामवीर निवासी भनेड़ा कांधला घायल हो गए।
इस दौरान ई-रिक्शा भी बस की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया। चालक राकेश निवासी खंदरावली घायल हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को सीएचसी शामली में भर्ती कराया। क्षतिग्रस्त बस को क्रेन की मदद से हटाया गया। उधर, इस घटना में मकान मालिक यामीन की तरफ से कोतवाली में बस चालक के विरुद्ध तहरीर दी गई। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि यामीन की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
पेड़ से टकराने से बची, बड़ा हादसा होने से बचा
गांव लिलौन में जहां पर बस चबूतरे से टकराई है, उसके निकट ही तीव्र मोड़ है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मोड़ होने के कारण बस की रफ्तार पहले ही धीमी हो गई थी, लेकिन अचानक बस असंतुलित हो गई और घर के बाहर चबूतरे से टकरा गई। टक्कर लगने की आवाज होने से आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बस में सवार घायलों को उतारा। जिस समय टक्कर हुई, उस समय चबूतरे पर भी कई लोग बैठे हुए थे, उनकी भी जान बच गई। इसके अलावा वहां पर खड़े पेड़ से टकराने से भी बस बच गई। अगर बस पेड़ से टकरा जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। उधर, यह भी चर्चा रही कि चालक को अचानक दौरा या चक्कर आने की वजह से हादसा हुआ। हालांकि इसकी अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं है। अस्पताल में जब चालक को पुलिस लेकर पहुंची तो उस समय वह होश में था।
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