दिग्गज कंस्ट्रक्शन कंपनी कल्पतरू ग्रुप (Kalpataru Group) पर अगस्त महीने की शुरुआत से ही आयकर विभाग (Income Tax Department) का शिकंजा कसता जा रहा है. ठीक 20 दिन पहले कंपनी के विभिन्न राज्यों में मौजूद ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने छापेमारी (IT Raid) की थी और तभी से बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की जांच जारी है. अब आयकर विभाग को कल्पतरु ग्रुप की लगभग 600 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिंग डिटेल हाथ लगी है.
बता दें बीते 4 अगस्त को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने कल्पतरु कंस्ट्रक्शन (Kalpataru Construction) के दफ्तरों में छापेमारी की थी. ये छापा कंपनी के मुंबई, गुजरात और राजस्थान समेत अन्य राज्यों में मारा गया था. इसके बाद करीब एक हफ्ते चली इस छापेमारी में विभाग के हाथ टैक्स चोरी (Tax evasion) से संबंधित कई अहम सुराग लगे हैं.
रिपोर्ट की मानें तो फर्जी बिलिंग के जरिए कल्पतरु कंपनी द्वारा 600 करोड़ रुपये की धांधली किए जाने की बात सामने आई है. इसके साथ ही ग्रुप के राजस्थान के एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से करीबी संबंध भी उजागर हुए हैं.
करीब तीन दशक से कल्पतरु ग्रुप देशभर में कंस्ट्रक्शन, पावर और रियल्टी सेक्ट में कार्यरत है. इसमें चल रहे फर्जीवाड़े की भनक लगते ही ये ग्रुप इनकम टैक्स विभाग के रडार पर आ गया और मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग की ओर से 4 अगस्त को कंपनी के 30 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया था, जो पूरे एक हफ्ते तक जारी रहा था. इसके बाद इसमें मिले दस्तावेजों और वही खातों की जांच शुरू की गई थी, जो अभी भी जारी है.
इस छापेमारी में अधिकारियों ने इन स्थानों से कई जरूरी दस्तावेत और सामान जब्त कर जांच को आगे बढ़ाया और अब बिलिंग फर्जीवाड़े को लेकर बड़ा खुलासा किया है. हालांकि, इस फर्जीवाड़े को लेकर कल्पतरु कंस्ट्रक्शन की ओर से किसी तरह की कोई टिप्पणी अभी तक नहीं की गई है. जानकारी के मुताबिक, छापेमारी के दौरान कंपनी के अलग-अलग दफ्तरों से जब्त किए गए बही-खातों की जांच के दौरान इस बड़ी हेराफरी का खुलासा हुआ है.
इनकम टैक्स के छापे के बाद किए गए इस खुलासे का असर कंपनी के शेयर पर भी दिखाई दिया है. गुरुवार को शेयर बाजार में कारोबार खत्म होने पर 1.10 फीसदी या 7 रुपये कम होकर 628.40 रुपये रह गई. सुबह 9.15 बजे मार्केट की शुरुआत के साथ ये स्टॉक 635.40 रुपये के लेवल पर ओपन हुआ था और कारोबार के दौरान यह 641.70 रुपये के हाई लेवल और 61.80 रुपये के लो लेवल तक गया था.