नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा में सोमवार को विधायकों के वेतन-भत्ते में वृद्धि को लेकर प्रस्ताव पास हो गया। विधायकों के साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री, मंत्रियों, स्पीकर और नेता विपक्ष के वेतन में इजाफा होने जा रहा है। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद इनकी सैलरी डबल से ज्यादा होने जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को अब तक वेतन और भत्ते मिलाकर हर महीने 72 हजार रुपए मिलते थे तो अब इन्हें 1.70 लाख रुपए मालिक मिलेंगे।
दिल्ली में मुख्यमंत्री, मंत्री, स्पीकर को अब तक 20 हजार रुपए बेसिक सैलरी मिलती थी, जिसे बढ़ाकर 60 हजार रुपए किया गया है। विधानसभा भत्ते को 18 हजार से बढ़ाकर 30 हजार किए जाने पर मुहर लगी है। अन्य खर्चों के लिए 4 हजार मिलते थे, जिसे बढ़ाकर 10 हजार किया गया है। सचिवालय भत्ता पहले शून्य था, लेकिन अब इस मद में 25 हजार रुपए हर महीने दिए जाएंगे। रोजाना भत्ता पहले 1000 रुपए था जिसे अब 15000 किया गया है। इस तरह मुख्यमंत्री से स्पीकर तक को हर महीने 1.70 लाख रुपए का मासिक भुगतान किया जाएगा।
गौरतलब है कि 11 साल बाद दिल्ली में विधायकों की सैलरी में वृद्धि हुई है। इसकी कवायद 2015 से ही चल रही थी। इससे पहले 2011 में सैलरी बढ़ाई गई थी। 1993 में जब विधानसभा बनी तब से अब तक 5 बार विधायकों के वेतन में इजाफा हुआ है। आम आदमी पार्टी और भाजपा के विधायकों ने एकमत से इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई और ध्वनिमत से संशोधन प्रस्ताव पास किया गया।