लखीमपुर खीरी. लखीमपुर खीरी से सांसद और केंद्र सरकार में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी अपने विवादित बयान को लेकर फिर से चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को दो कौड़ी का आदमी बताया है. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिससे एक बार फिर वे बीजेपी के लिए सिर दर्द बन गए हैं. ऐसे बताते हैं कि कब-कब वे अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं.
दरअसल, मंत्री अजय मिश्रा टेनी का ये बयान ऐसे वक्त आया है जब फिर से दिल्ली में किसान आंदोलन तेज हो रहा है. ऐसे में मंत्री ने एक बार फिर से बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. इस बार कहा, “जब हाथी चलता तो कुत्ते भौंकते रहते हैं. सड़क पर कई बार कुत्ते भौंकते हैं. कई बार गाड़ी के पीछे भी भागने लगते हैं. लेकिन वो उनका स्वभाव होता है, उसके लिए मैं कुछ नहीं कहुंगा. वो अपने स्वभाव के अनुरूप व्यवहार करता है. लेकिन हम लोगों का ऐसा स्वभाव नहीं है.”
वहीं राकेश टिकैत पर उन्होंने कहा, “मैं राकेश टिकैत को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं, वो दो कौड़ी का आदमी है. वो दो बार चुनाव लड़ा और दोनों बार जमानत जप्त हो गई. इस तरह का व्यक्ति किसी का विरोध करता है तो उसका कोई मतलब नहीं होता. इसलिए मैं ऐसे लोगों को जवाब नहीं देता हूं. इस तरह के लोगों को जवाब देना को कोई औचित्य नहीं होता है. लेकिन इससे उनकी राजनीति चल रही है और इससे उनकी रोजी रोटी चल रही है तो वो अपना चलाएं. समय आने पर जवाब दिया जाएगा.”
मंत्री बीते साल दिसबंर में भी एक विवादित बयान दिया था. तब उन्होंने पत्रकार के साथ अभद्रता की. पत्रकार ने टेनी से लखीमपुर कांड को लेकर एसआईटी जांच में उनके बेटे का नाम आने पर सवाल पूछा था. सवाल सुनते ही मंत्री भड़क उठे और पत्रकार से अभद्रता करने लगे. जबकि वहां मौजूद दूसरे रिपोर्टर को मंत्री ने फोन बंद करने की धमकी भी दी थी. साथ ही टेनी कहते सुने गए कि ऐसा है बेवकूफी के सवाल मत करो…दिमाग खराब है क्या बे ? फोन बंद कर बे.
वहीं लखीमपुर कांड के वक्त भी टेनी का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें टेनी खुले मंच से चेतावनी देते हुए नजर आ रहे थे. हालांकि, तब टेनी ने सफाई देते हुए कहा कि वायरल वीडियो उनके पुराने भाषण का एक हिस्सा है जिसे जानबूझकर लोगों के भड़काने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. तब प्रधानमंत्री की रैली से पहले कुछ बदमाशों ने होर्डिंग और पोस्टर फाड़ दिए थे. तब ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए ही उन्होंने कहा था कि जिन्होंने होर्डिंग और पोस्टर फाड़े हैं वह किसान नहीं हो सकते. इन लोगों को मेरे इतिहास के बारे में पता होना चाहिए.