मेरठ. पश्चिम उत्तर प्रदेश West Uttar Pradesh के मेरठ Meerut में लगने वाले ऐतिहासिक Historical नौचंदी मेले Nauchandi fair को लेकर जिला प्रशासन द्वारा भव्य तैयारियां की जा रही हैं.जिससे कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा घोषित किए गए इस प्रांतीय मेले को भव्य रुप से लगाया जा सके.इसके लिए बैठकों का दौर भी चला रहा है.सोमवार को भी जिला पंचायत सभागार में जिलाधिकारी दीपक मीणा के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया.जिसमें नौचंदी की भव्यता को दर्शाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए.

धूल से नहीं होगा मेला प्रेमियों का सामना
हर बार देखा जाता था कि जैसे ही आंधी चलने लगती थी तो मेला प्रेमियों को धूल का भी सामना करना पड़ता था.जिसके लिए जल निगम द्वारा मेले में विभिन्न पानी के टैंकर के माध्यम से पानी का छिड़काव किया जाता था.ताकि मेला प्रेमियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.लेकिन अबकी बार जिला प्रशासन द्वारा प्रांतीय मेला घोषित होने के बाद मेला परिसर के सभी मार्गों को इंटरलॉकिंग कर पक्का कर दिया गया है.

झूले लगे,दुकानों का सजना भी शुरू
वैसे तो नौचंदी मेला मई के प्रथम सप्ताह पर अपने भव्य स्वरूप में देखने को मिलेगा.लेकिन मेले में झूले और अन्य दुकानें अब लगने लगी हैं.जिससे नौचंदी मेले की 2 साल बाद भव्यता अब धीरे-धीरे दिखने लगी है.कोरोना संक्रमण के कारण 2 साल तक नौचंदी मेले का आयोजन नहीं हुआ था.लेकिन अबकी बार मेले को आयोजन किया जा रहा है.

सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर
नौचंदी मेले में मेरठ ही नहीं बल्कि आसपास के मेला प्रेमियों की भी काफी भीड़ देखने को मिलती है.ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा मेला परिसर के विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गये हैं.नोडल अधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार भट्ट ने बताया कि कंट्रोल रूम के माध्यम से मेले पर नजर रखी जाएगी.साथ ही मेले में एक पुलिस चौकी का भी निर्माण किया गया है.जिसमें सभी की प्राथमिकता दर्ज की जाएगी.बताते चलें कि नौचंदी मेला एकता की मिसाल माना जाता है.मेला परिसर में ही नवचंडी मंदिर और बाले मियां की मजार है.जिनमें विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.एकता की मिसाल सैकड़ों वर्षों से कायम है.मेले का उद्घाटन परंपरा के अनुसार होली के बाद दूसरे रविवार को कर दिया जाता है.लेकिन मेले में दुकान एवं अन्य प्रकार की भव्यता एक माह बाद दिखाई देती है.