मुज़फ्फरनगर। छह जिलों के चार लाख चालान वर्चुअल कोर्ट में लंबित हैं। रोजाना आठ से दस हजार मैसेज भेजे जाने के बावजूद लोग चालान का भुगतान नहीं कर रहे हैं, इसके बाद लंबित चालानों को संबंधित जिलों के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में भेजा जा रहा है। सबसे अधिक 1.90 लाख चालान गाजियाबाद, 95 हजार मेरठ व सबसे कम शामली के तीस हजार चालान लंबित हैं। इनमें सबसे अधिक 70 फीसदी हेलमेट नहीं लगाने वाले हैं।
जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश चंद्र शर्मा ने बताया कि यातायात पुलिस के चालान करने के तीन दिन बाद ऑनलाइन इलाहाबाद हाईकोर्ट चला जाता है। इसके बाद वहां से वर्चुअल कोर्ट गाजियाबाद भेजा जाता है। यहां से 90 दिन के भीतर मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बिजनौर के चालान ऑनलाइन वापस भेजे जा रहे हैं। इसके बावजूद लोग चालान का भुगतान नहीं कर रहे हैं।
अधिवक्ता देवाशीष ने बताया कि सबसे पहले वर्चुअल कोर्ट पोर्टल को एक्सेस करने के लिए वीकोर्ट्स डॉट जीओवी डॉट इन पर जाना होगा। यहां ड्रॉप डाउन मेन्यू में राज्य चयनित कर प्रोसीड नाऊ बटन पर क्लिक करने के बाद चालान सर्च करें। इसके लिए मोबाइल नंबर, सीएनआर नंबर, पार्टी नंबर, चालान या वाहन नंबर डालकर विस्तृत सर्च कर सकते हैं। कैप्चा डालने के बाद ओटीपी आएगा। इसे दर्ज कर दें। लॉगइन होने के बाद आपको सभी लंबित चालान दिखाई देंगे। यहां स्टेटस चेक करके अपडेटेड राशि देखें। चालान के ऊपर दाई तरफ कोने में व्यू बटन होगा। इस पर क्लिक करें और यहां भुगतान चुनें या कॉन्टेस्ट। स्क्रॉल डाउन करें और निम्न से एक विकल्प चुनें।
अगर आप चालान भरना चाहते हैं तो आई विश टू पे द प्रोसीड फाइन
अगर गलत चालान लगाया गया है तो आई विश टू कंटेस्ट द केस
अगर वाहन नंबर गलत है तो आप इंजन नंबर और चेसिस नंबर सत्यापन करने का विकल्प चुन सकते हैं।