मेरठ। वेस्टर्न यूपी को ईस्टर्न यूपी से जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जिले के नौ गांवों में कुल कुल 181. 30 हेक्टेयर भूमि में से 159.20 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। जबकि विभिन्न कारणों से अभी 22.86 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण नहीं हो सका है। जरूरी जमीन के टुकड़ों के अधिग्रहण के लिए किसानों को नोटिस जारी किया है।

किसान अधिग्रहण को लेकर आपत्ति 16 अगस्त तक दर्ज करा सकते हैं। इसके बाद तत्काल बाद जमीन का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जनपद के गांव धनोटा, भगवानपुर, बिजौली, गोविंदपुर, खड़खड़ी, बधोली, अतराडा, अटौला, साफियाबाद लोटी में अधिकतर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है। इनमें धनोटा गांव में अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी तरह से पूर्ण कर ली गई है। विभिन्न कारणों व किसानों के विवाद के चलते आठ गांवों में 22.86 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण नहीं हो सका है। उधर, जमीन के 91 टुकड़ों का अधिग्रहण करने को किसानों को आपत्ति दर्ज कराने को नोटिस जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि वेस्टर्न यूपी को ईस्टर्न यूपी से जोड़ने वाले हाईवे की दूरी लगभग 600 किलोमीटर होगी। इसे पांच घंटे में तय किया जा सकता है।

गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए जरूरी 22.86 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। किसान अपनी आपत्ति 16 अगस्त तक दर्ज करा सकते हैं। आपत्तियों के निस्तारण के बाद अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाएगा।