लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है। राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तेवर बदले हुए थे। इस बीच समाजवादी पार्टी ने राजा भैया से बात की। उनसे राज्यसभा चुनाव में साथ मांगा। इसके बाद वाराणसी लोकसभा सीट से उम्मीदवार देकर कांग्रेस को साफ संकेत दे दिया। दरअसल, वाराणसी से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है।

ऐसे में सपा का कैंडिडेट आने के बाद माहौल गरमा गया। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की एंट्री हुई। उन्होंने अखिलेश यादव से बातचीत कर गठबंधन के लिए मनाया। अखिलेश यादव इस वार्ता के बाद मान गए। कांग्रेस के 17 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा शुरू हो गई है।

कांग्रेस को मिल सकती है ये सीटें
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर सहमति बन गई है। सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आई है कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 17 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की सहमति दी है। पहले कांग्रेस 20 से 22 सीटें मांग रही थी। हालांकि, मामला मुरादाबाद सीट पर अटका हुआ था। यूपी चुनाव 2019 में मुरादाबाद सीट सपा की झोली में गई थी। यहां से डॉ. एसटी हसन सांसद हैं। सपा यह सीट किसी भी स्थिति में कांग्रेस को देने को तैयार नहीं थी। प्रियंका गांधी की एंट्री के बाद यह मामला सुलझ गया है। कांग्रेस- सपा गठबंधन होने की स्थिति में मिलने वाली सीटों पर निर्णय हो गया है।

अखिलेश यादव पश्चिमी यूपी में राहुल गांधी की न्याय यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं। गठबंधन फाइनल होने और सीट बंटवारे के बाद ही अखिलेश ने राहुल की यात्रा में शामिल होने की बात कही थी। अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उत्‍तर प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर सपा का कांग्रेस से कोई विवाद नहीं है। दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा। अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्‍याय यात्रा में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा कि अंत भला तो सब भला। बाकी आप लोग समझदार हैं।

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की बैठक के दौरान भी सीट बंटवारे का मुद्दा अखिलेश यादव की ओर से जोरदार तरीके से उठाया गया था। सीट बंटवारा पर बात नहीं बन पाने के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान शुरू कर दिया।

इसके बाद कांग्रेस और सपा के बीच विवाद गहरा गया। पिछले करीब 10 दिनों में दोनों दलों के बीच तनाव काफी गहराया हुआ था। एक समय ऐसा भी आया, जब कांग्रेस और सपा की राहें अलग होती दिखीं। लेकिन, विवाद में प्रियंका गांधी की एंट्री के बाद विवाद थमता नजर आया। खुद अखिलेश यादव ने दोनों दलों के बीच तनाव की बातों को पुराना कहा। उन्होंने कहा कि अंत भला तो सब भला।