मोतिहारी. आपने शादियां तो कई देखी और सुनी होंगी. मगर पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे. यहां एक कुत्ते और कुतिया की शादी इतनी धूमधाम से की गई है कि गांव के सभी लोग इस शादी को देखकर दंग रह गए. दरअसल, कुत्ते और कुतिया की यह शादी बीते 17 जून को हुई. वह भी किसी आम शादी जैसी नहीं बल्कि शाही अंदाज में यह शादी संपन्न हुई.

कुत्ते और कुतिया की इस शादी में हिंदू धर्म के अनुसार पूरे विधि विधान का पान किया गया. इस अनोखी शादी में सबसे पहले तो बड़े ही धूमधाम से बैंड-बाजे के साथ कुत्ते की बारात निकाली गई. इस बारात में शामिल हुए बारातियों ने जमकर डांस भी किया. इस शादी के लिए बाकायदा मंडप बनाया गया था और दोनों की वरमाला और बाकी कई रस्में भी की गईं.

सबसे खास यह कि जिस तरह से आम लोगों की शादी में भोजन की व्यवस्था होती है, उसी तरह इस अनोखी शादी में खान-पान का इंतजाम किया गया था. शादी की पार्टी में गांव के करीब 400 लोग भी शामिल हुए. शादी में शामिल लोगों ने गिफ्ट भी दिए. यही नहीं कुत्ते के मालिक नरेश सहनी और कुतिया की मालकिन सविता देवी ने मिलकर शादी से पहले दोनों का नामकरण किया. कुत्ते का नाम कोल्हू तो कुतिया का नाम बसंती रखा गया.

कल्लू और बसंती की शादी को लेकर सविता देवी ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों को लेकर मन्‍नत मांगी थी. उनकी मन्‍नत पूरी होने के बाद दोनों ने अपनी मन्नत अनुसार दोनों जानवरों की शादी कराई. वहीं, नरेश साहनी ने इस शादी को लेकर कहा कि ‘इन दोनों जानवरों को हमने ही पाला-पोसा है और हमारी मांगी हुई मन्नत पूरी होने पर इनकी शादी पूरे हिंदू रीति-रिवाज से विधिवत रूप से संपन्न की.

शादी करवाने वाले पंडित धर्मेंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि कुत्ता और कुतिया की शादी सभी को करानी चाहिए क्योंकि यह भैरव के रूप होते हैं. इस तरह की शादी कराने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है और सभी पाप धुल जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की शादी उन लोगों ने इससे पहले कभी नहीं देखी थी. यह अद्भुत है. ऐसी शादी देख कर काफी अच्छा लग रहा है.