संभल।  हिंसा के तीन दिन बाद बुधवार को पुलिस की ओर से जारी किए गए पोस्टरों में अधिकतर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के हैं। प्रशासन द्वारा जारी तस्वीरों में उपद्रवियों के हाथ में ईंट-पत्थर और हथियार दिख रहे हैं। कई उपद्रवियों के चेहरे पर नकाब भी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो वीडियो और फुटेज मिले हैं उनमें नाबालिग और महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने महिलाओं और नाबालिगों के पोस्टर जारी नहीं किए हैं।

एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जितने वीडियो अभी तक सामने आए हैं, उसमें भीड़ को कोई रोकने या समझाने का प्रयास नहीं कर रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि जो भी आया वह भीड़ का हिस्सा बन गया और उपद्रव में शामिल हो गया। यह वीडियो कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। भीड़ जामा मस्जिद के पीछे से ही क्यों पहुंची? उपद्रवियों के पास तमंचे कहां से आए? इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं। एक वीडियो में युवक मुंह पर कपड़ा बांधकर तमंचे से फायरिंग करता भी दिख रहा है। तमंचे का रुख सामने की ओर है।

उधर, उपद्रव के दाैरान जामा मस्जिद के पास तार जलने से बिजली विभाग को भी नुकसान हुआ है। बिजली विभाग ने अपने नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें दो लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही गई है। कोतवाली में उपद्रवियों के खिलाफ तहरीर देकर सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

बवाल के बाद शहर अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है। लेकिन पुलिस प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है। प्रशासन ने बोतल में पेट्रोल देने और सड़कों पर जहां-तहां ईंटें रखने पर रोक लगा दी है। एसडीएम वंदना मिश्रा ने पेट्रोल पंप संचालकों को पत्र जारी कर कहा है कि बोतल या किसी अन्य वस्तु में पेट्रोल नहीं दिया जाना है। यदि इस निर्देश का पालन नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बवाल वाले इलाके में बुधवार को पालिका की टीमों ने पहुंचकर ईंटों के ढेर हटवाए।

बवाल के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लगातार कार्रवाई को आगे बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष तौकीर अहमद को धारा 168 का नोटिस दिया गया है। जिसमें उनके द्वारा माहाैल खराब करने का अंदेशा जताया गया है। इसके अलावा सपा नेताओं की भी निगरानी की जा रही है। बवाल के बाद 40 लोग मुचलकों से पाबंद किए गए हैं। बवाल से पहले भी 42 लोग पाबंद किए गए थे। जियाउर्रहमान बर्क को भी 168 का नोटिस तामील कराया गया था।

डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बवाल में हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से ही करने के आदेश दिए हैं। जामा मस्जिद के पास उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी समेत कई वाहनों में आग लगा दी थी। साथ ही कई वाहनों में तोड़फोड़ भी की थी। पथराव में अन्य सरकारी और निजी संपत्ति को भी क्षति पहुंचाई गई।

जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले में शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव न्यायालय में रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकते हैं। कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि वह सर्वे की समीक्षा कर रहे हैं। 29 नवंबर को कोर्ट में रिपोर्ट पेश करनी है। यदि रिपोर्ट की समीक्षा पूरी नहीं हुई तो कोर्ट से समय बढ़ाने का आग्रह करेंगे। 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने कोर्ट में वाद दायर किया था। जिसमें मस्जिद की जगह हरिहर मंदिर होने का दावा किया है।

जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद मौलाना महमूद मदनी ने संभल के बवाल के बाद मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना को पत्र लिखा है। मदनी ने कहा कि सर्वे के नाम पर की जा रही गतिविधियां विश्वास को कमजोर कर रही हैं। मदनी ने पत्र में समस्या का स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के जरिए समाधान करने की मांग की है।

संभल जा रहे केरल की इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राज्य सभा सांसद पीवी अब्दुल बहाव, हैरिस बीरन, ईटी मोहम्मद बशीर, नवास गनी और एकेए अब्दुल समद के काफिले को पुलिस ने छिजारसी टोल प्लाजा पर रोक लिया और वापस भेज दिया।