वाशिंगटन. दुनिया में मंकीपाक्स का प्रसार जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि 27 देशों से मंकीपाक्स के 780 पुष्ट मामलों की सूचना मिली है जो वायरस के लिए स्थानिक नहीं हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक यह वायरस अब तक दुनिया के 30 देशों में मंकीपाक्स फैल चुका है। वहीं अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र का कहना है कि मंकीपाक्स ने दुनिया भर में 700 से अधिक लोगों को संक्रमित किया है, जिसमें अमेरिका के 21 लोग भी शामिल हैं।
हालांकि सीडीसी के जेनिफर मैकक्विस्टन के अनुसार, जनता के लिए समग्र स्वास्थ्य जोखिम अभी कम है। हालांकि जेनिफर मैकक्विस्टन ने सामुदायिक प्रसार की आशंका से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि सामुदायिक स्तर का प्रसारण हो रहा हो। इसलिए हम निगरानी प्रयासों को बढ़ाना चाहते हैं।
30 देशों में 550 से अधिक मंकीपाक्स संक्रमणों की पहचान की गई है, जिनमें से अधिकांश मामले यूरोप में दर्ज किए गए हैं। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय यानी WHO ने कहा कि अब तक अधिकांश रिपोर्ट किए गए मामले यौन स्वास्थ्य या अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से रिपोर्ट किए गए हैं। WHO का यह भी कहना है कि मंकीपाक्स कोई लैगिक संक्रामक बीमारी नहीं है।
WHO के मुताबिक यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ त्वचा से त्वचा के संपर्क के माध्यम से फैल सकता है। यह शरीर के तरल पदार्थ, दूषित चादर और कपड़ों से फैल सकता है। कदाचित यदि किसी संक्रमित व्यक्ति के मुंह में घाव हैं तो यह वायरस सांस की बूंदों से भी फैल सकता है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि अब तक नमूनों की जांच में वायरस के पश्चिम अफ्रीकी समूह की पहचान की गई है। अधिकांश संक्रमितों ने पश्चिम या मध्य अफ्रीका के बजाय यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों की यात्रा की सूचना दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने बयान में कहा कि उन व्यक्तियों में मंकीपाक्स की पुष्टि जिन्होंने किसी स्थानिक क्षेत्र या देश की यात्रा नहीं की है, असामान्य घटना है। एक गैर-स्थानिक देश में मंकीपाक्स के वायरस का पाया जाना प्रकोप के खतरे की ओर इशारा करता है। डब्ल्यूएचओ ने पाया है कि गैर-स्थानिक देशों में एक साथ मंकीपाक्स के मामलों की अचानक और अप्रत्याशित उपस्थिति दर्शाती है कि अज्ञात अवधि के लिए इस वायरस का अनिर्धारित संचरण या प्रसार हो सकता है।