विष्णु बुर्गे, बीड: सोशल मीडिया पर एक खबर शेयर की जा रही है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के बीड जिले के लवूल गांव में बंदर, कुत्ते के पिल्लों पर अटैक कर रहे हैं. मौका मिलते ही बंदर, पिल्लों को उठाकर पेड़ पर ले जाते हैं और वहां से नीचे फेंककर उनकी जान ले लेते हैं. ये खूनी बंदर इस तरह कई पिल्लों की जान ले चुके हैं. कुछ दिन पहले कुत्तों ने बंदर के एक बच्चे पर हमला किया था. इसके बाद से ही बंदर खूंखार हो गए और टोलियों में आकर धावा बोलने लगे. इस खबर में जानिए कि इन दावों की सच्चाई क्या है?

ज़ी मीडिया ने इस खबर का फैक्ट चेक किया तो पाया कि कुत्तों की तरफ से बंदर के एक बच्चे पर हमला करने की घटना को लेकर कोई कन्फर्मेशन नहीं है. ये सबकुछ कही-सुनी बातों पर आधारित है. हालांकि ये सच है कि पिछले कुछ महीनों में यहां के बंदरों ने कई पिल्लों को गांव की अलग-अलग बिल्डिंग की छतों पर ले जाकर छोड़ दिया.

गिनी चुनी (अंदाजन 3 या 4) घटनाओं में बंदर कुछ पिल्लों को पेड़ पर भी ले गए जहां से नीचे गिरकर इन पिल्लों की मौत हो गई. जबकि बिल्डिंग की छत पर ले गए पिल्लों को बंदरों ने नीचे नहीं फेंका बल्कि उनकी छत पर भुखमरी से मौत हो गई.

लवूल गांव में बंदरों के आतंक की वजह से लोग छत पर नहीं जाते हैं. पिल्लों को ना तो छत से नीचे आने का रास्ता पता था और ना ही खाने के लिए उन्हें कुछ मिला, इसलिए ऐसा कहा जा रहा है कि इन पिल्लों की मौत की वजह भुखमरी हो सकती है.

एक्सपर्ट ने बताया कि आमतौर पर बंदर, कुत्तों पर जानलेवा हमला नहीं करते हैं. इस मामले में ऐसा हो सकता है कि बंदर पिल्लों को उनकी त्वचापर रहने वाले कीटाणुओं के लिए उठाकर ले गए हों.