मेरठ. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है। बारिश न होने के चलते मेरठ और आसपास के जिलों में फसलों पर भी संकट आने लगा है। अगस्त माह के बचे हुए दिनों में भी मेरठ और आसपास के जिलों में बारिश के आसार नहीं है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है की सिर्फ बूंदाबांदी की ही संभावना है।

उमस भरी गर्मी कर रही परेशान
यह फोटो सोमवार की साकेत से अंबेडकर चौराहे की तरफ जाने वाले मार्ग की है।
यह फोटो सोमवार की साकेत से अंबेडकर चौराहे की तरफ जाने वाले मार्ग की है।
गर्मी में लोगों का हाल बुरा हो रहा है। उमस के चलते लोग परेशान हैं। पिछले 4 दिन से बढ़ता तापमान और उमस ने खूब परेशान किया है। तापमान लगातार 34 और 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। उमस भरी गर्मी से अभी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली। मौसम में चल रहे उतार-चढ़ाव के चलते सोमवार को सुबह से ही तेज धूप खिली हुई है। तापमान 35 डिग्री पर पहुंच गया। लगातार तापमान में बढ़ोतरी के चलते राहत नहीं दिख रही है।

अभी बारिश के आसार नहीं
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एम शमीम ने बताया की मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, बापगत, नोएडा और आसपास के क्षेत्र में अभी बारिश के आसार नहीं है। हल्की बूंदाबांदी भी होगी। उन्होंने बताया की बारिश होगी, लेकिन अभी नहीं है। वेस्ट यूपी में सितंबर माह के आखिरी तक मानसून सक्रिय रहता है। इस समय बारिश के कम होने के चलते फसलों पर भी असर पड़ रहा है। सितंबर के पहले सप्ताह से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।

कृषि विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ रितेश शर्मा का कहना है की इस समय धान में सिंचाई की जरूरत है। धान के अलावा ईंख की फसल में भी समय पर सिंचाई करते रहें।