नई दिल्ली. आग की भयावहता को देखते हुए आसपास के कई गांव के लोग इकट्ठा हो गए। इस दौरान ज्यादा लोगों के आग में फंसने की संभावना को देखते हुए मुंडका व आसपास के गांव के लोगों ने व्हाट्सएप के जरिये अन्य लोगों को सूचना दी और जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचने को कहा। स्थानीय निवासी रमेश ने बताया कि इस दौरान क्रेन की भी व्यवस्था की गई। जबतक दूसरे तल पर आग नहीं पहुंची थी तबतक करीब सौ लोगों को बाहर निकाला गया। हमारा प्रयास काफी देर तक चला, लेकिन जब आग ने पूरी इमारत को अपने कब्जे में ले लिया तब हमारे पास कोई साधन नहीं बचा।
उन्होंने कहा कि इमारत के दूसरे तल पर ज्यादा संख्या में लोग थे। ऐसे में हमने दूसरे तल से लोगों को निकालने पर ज्यादा जोर दिया। व्हाट्सएप मैसेज देखने के बाद करीब दो सौ की संख्या में आसपास के लोग यहां पहुंच गए। सचिन ने बताया कि इस तरह का हादसा पहले कभी नहीं देखा था। यह विकट घटना है। एक साथ इतने लोगों की मौत से पूरे इलाके में मातम छाया हुआ है। पुलिस को चाहिए कि इस मामले में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे कि आगे इस तरह की घटना नहीं हो।