जयपुर। राजस्थान के सीकर जिले में एक महिला शिक्षक ने अपनी विधवा बहू को पहले तो पांच साल तक पढ़ाया और फिर उसकी दूसरी शादी कर बेटी की तरह विदा किया। दरअसल, सीकर जिले के ढांढण गांव निवासी महिला शिक्षक कमला देवी के बेटे शुभम की शादी 25 मई, 2016 को सुनीता के साथ हुई थी। शादी के छह महीने बाद ही ब्रेन स्ट्रोक के कारण शुभम की मौत हो गई थी। इसके बाद कमला देवी ने सुनीता को बेटे की तरह रखा, उसे पढ़ाया। पिछले साल सुनीता का शिक्षा विभाग में व्याख्याता के पद पर चयन हो गया। फिलहाल, वह चुरू जिले के नैणासर सुमेरिया उच्च माध्यमिक स्कूल में इतिहास की व्याख्याता है। अब पांच साल बाद शनिवार को कमला देवी ने सुनीता की शादी कर बेटी की तरह कर विदा किया।
सुनीता की शादी मुकेश नामक युवक के साथ की गई है। कमला देवी ने कहा कि सुनीता ने मेरे घर को अपना मायका समझा और मैंने उसे अपनी बेटी की तरह रखा। सुनीता ने भी मुझे मां की तरह पूरा सम्मान और प्यार दिय। उन्होंने कहा कि सुनीता ने हमारे घर में रहते हुए अपने माता और पिता का भी पूरा ध्यान रखा। वहीं, सुनीता का कहना है कि पति की मौत के बाद सास ने उसे बेटी की तरह प्यार दिया। सास ने नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए चिकित्सक मुकेश से शादी करवाई है। सुनीता ने बताया कि पति की मौत के बाद सास ने उसे एक बेटी की तरह प्यार दिया। सास ने नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए मुकेश से उसकी शादी करवाई है। सास ने मां बनकर कन्यादान किया है। सास ने इस अंदाज में सुनीता और मुकेश की शादी करवाकर समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया है। सुनी और मुकेश की शादी और कमला देवी के हौसले की हर ओर चर्चा हो रही है।