कुशनीगर। यूपी के कुशनीगर स्थित तमकुहीराज मंगलवार दोपहर बाद सीएचसी परिसर मे उस अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब एक पुरुष को तीन महिलाएं पीटने लगीं। मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। इसी दौरान आरोपी तीनों महिलाएं मौके से भाग निकली। ताज्जुब कि बात है कि इस दौरान करीब दो सौ मीटर पर स्थित कस्बा पुलिस चौकी से कोई पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंच सका।

जानकारी के मुताबिक बिहार के ठकरहां थाना क्षेत्र के भेड़िहारी टोला (कोयरपट्टी) निवासी आशिक अली की शादी करीब 12 वर्ष पूर्व तमकुहीराज थाना क्षेत्र के कोइन्दी लक्ष्मीपुर राजा के हसमुद्दीन की बेटी साजिदा के साथ हुई थी। दंपती की पांच बालिकाएं हैं। आशिक की पत्नी गर्भवती थी और तमकुहीराज थाना क्षेत्र के कोइन्दी लक्ष्मीपुर राजा में करीब एक माह से रह रही थी। मंगलवार दोपहर बाद साजिदा को प्रसव पीड़ा हुई तो मायके वाले उसे लेकर सीएचसी तमकुहीराज पहुंचे। इसकी सूचना साजिदा के पति को दी गई।

अभी पति रास्ते मे ही था कि महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्ची की मां की सहमति से नानी और मामी ने 10 हजार रुपये में उसका सौदा एक व्यक्ति से तय कर दिया। खरीददार ने मिन्नतें कर नौ हजार रुपये में सौदा पक्का किया। बच्ची की खरीददारी के लिए साक्ष्य के तौर पर स्टाम्प पेपर खरीदने तमकुहीराज तहसील चला गया।
इसी दौरान पहुंचे साजिदा के पति ने नवजात के बाबत कुशलता पूछी तो उसे बताया गया कि मरी हुई बच्ची पैदा हुई थी। बाप का कलेजा इस झूठ को मानने के लिए तैयार नहीं हुआ और प्रसव केंद्र पहुंच जानकारी मांगी तो बताया गया कि स्वस्थ बच्ची का जन्म हुआ है और परिजनों कों सुपुर्द कर दिया गया है।

आशिक ने जब यह बात अपनी पत्नी, सास और सरहज को बताया तो तीनों महिलाएं भड़क गईं और सीएचसी परिसर मे उसकी पिटाई करने लगीं। लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। इसी दौरान तीनों महिलाएं सीएचसी से गायब हो गईं। ताज्जुब कि बात है कि करीब दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित तमकुहीराज पुलिस चौकी से कोई भी जिम्मेदार मौके पर नहीं पहुंच सका। पीड़ित ने तमकुहीराज पुलिस को तहरीर सौंप कार्रवाई की गुहार लगाई है। बाद मे दोनों पक्षो ने समझौता कर लिया। इंस्पेक्टर तमकुहीराज नीरज कुमार राय ने बताया दोनों पक्षों ने आपसी सुलह कर लिया है।