मेरठ: एसएसपी की प्रेसवार्ता के बाद भी हत्यारोपी सलमान के बच्चियों से घिनौनी हरकत के सवाल का ठोस जवाब नहीं मिला है। सलमान के घिनौनी हरकत के संबंध में पुलिस ने आरोपी से गहन पूछताछ की।
मेरठ के सुहेल गार्डन में परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या की गुत्थी और गहराती जा रही है। पैसा न देने पर दंपती की हत्या की है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि मासूम बच्चियों को क्यों मारा। एक साल, दो साल और आठ साल की बच्चियों ने हत्यारोपियों का क्या बिगाड़ा था। एक और दो साल की बच्चियां तो आरोपियों को पहचान भी नहीं सकती थी। इसके अलावा चर्चा यह भी है कि आरोपी सलमान ने बच्चियों से घिनौनी हरकत भी की थी। हालांकि एसएसपी विपिन ताडा का कहना है कि फॉरेंसिक रिपोर्ट से ही हत्यारोपियों की घिनौनी हरकत का खुलासा होगा। पूछताछ में सलमान ने बहुत कुछ बताया है, पुष्टि होने पर धारा भी बढ़ेगी।
एसएसपी की प्रेसवार्ता के बाद भी हत्यारोपी सलमान के बच्चियों से घिनौनी हरकत के सवाल का ठोस जवाब नहीं मिला है। सलमान के घिनौनी हरकत के संबंध में पुलिस ने आरोपी से गहन पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि सलमान शातिर है और वह इस सवाल पर चुप हो जाता है। इसके चलते बच्चियों की विसरा रिपोर्ट और स्लाइड फॉरेंसिक लैब भेजी गई है।
परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या का घटनाक्रम हत्यारोपी सलमान ने पुलिस को बताया। आठ जनवरी को मोईन अपने निर्माणाधीन मकान पर लिंटर डालने में व्यस्त था और उसका सौतेला भाई नईम ने साथी सलमान को साथ लेकर हत्याकांड के लिए बाजार से लोहे की रॉड खरीदी। दिनभर हत्यारोपी घूमते रहे और रात 8:30 बजे ही मोईन के घर पहुंच गए। दिन में कामकाज करके पत्नी आसमा अपनी तीनों बेटियों के साथ सो गई थी।
नईम और सलमान ने पहले मोईन से चाय बनवाकर पी। उधार का पैसा कब लौटाएगा, इसको लेकर बातचीत शुरू की। मोईन ने घर को पूरा करने की बात कही। जिस पर नईम नाराज होकर घर से बाहर आ गया था। सलमान और मोईन की बात होने का सिलसिला जारी रहा। पांच मिनट बाद नईम लोहे की रॉड लेकर घर में फिर से अंदर आया और मोईन के सिर पर प्रहार कर दिया। चीख सुनकर आसमा की आंख खुल गई और चिल्लाई की क्या कर रहे हो। तभी नईम ने दूसरा प्रहार आसमा के सिर पर कर दिया। दंपती लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गए। दोनों हत्यारोपी मकान से बाहर आए। बड़ी बेटी अक्शा मकान में अंदर रो रही थी। तभी सलमान अकेला मकान में घुस गया और उसने बेटी अक्शा के बदसलूकी की।
रोने की आवाज तेज आने लगी, तभी नईम भी घर में अंदर पहुंचा। दोनों ने तीनों बेटियों की गला दबाकर हत्या कर दी। दंपती की मौत हुई है या नहीं, इसकी तसल्ली करने के लिए भी रात 8:30 बजे से सुबह 6:00 बजे तक दोनों हत्यारोपी मोईन के घर पर रहे। सलमान ने पुलिस को बताया कि लोहे की रॉड से प्रहार करने के बाद गले पर भी धारदार हथियार चलाया है, ताकि कोई भी जिंदा न बचे। घर का सामान क्षतिग्रस्त कर दोनों हत्यारोपियों ने जेवरात और नकदी भी ढूंढी। वारदात के बाद सुबह 6:15 बजे नईम अपने भाई तसलीम के घर पर पहुंचा। दोनों सुबह करीब 9:00 लिसाड़ीगेट से दिल्ली के लिए निकल गए। ब्रह्मपुरी में नईम ने अपने एक दोस्त को लोहे की रॉड और अन्य सामान से भरा बैग भी दिया था।
सुबह करीब चार बजे मदीना कॉलोनी के लोग गहरी नींद में थे। तभी पुलिस की गाड़ियों के सायरन सन्नाटे को चीरने लगे। इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते गोलियों की तड़तड़ाहट से आसपास का इलाका गूंजने लगा। इससे लोगों में कोई अप्रिय घटना की आशंका को लेकर दहशत फैल गई। वह घरों से बाहर निकलने की हिम्मत भी जुटा पाए। एक-दूसरे को फोन कर बाहर के घटनाक्रम की जानकारी लेने का प्रयास लोग करने लगे। उजाला होने पर पुलिस मुठभेड़ में नईम के ढेर होने की जानकारी मिली।
पुलिस कई दिनों से नईम और सलमान को तलाश कर रही थी। शनिवार सुबह दोनों के मदीना कॉलोनी आने की सूचना मिली तो सीओ आशुतोष कुमार के साथ लिसाड़ी गेट और लोहियानगर थाने की पुलिस के साथ स्वाट, सर्विलांस और एएचटीयू टीम दोनों की घेराबंदी में लग गई। कुछ देर बाद ही मदीना कॉलोनी में पुलिस की गाड़ियों के सायरन गूंजे तो लोगों की नींद खुली। लोगों ने घरों से बाहर आकर पुलिस के आने का कारण जानने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके कुछ देर बाद ही गोलियों की आवाज आने लगी। सूरज निकलने के बाद सड़कों पर आवाजाही बढ़ी तो पूरे मामले का पता चला।
दिन चढ़ने के साथ ही मुठभेड़ में नईम के मारे जाने की सूचना शहर में फैलती रही। आसपास के लोग मौके पर एकत्र होने लगे। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से दूर जाने के निर्देश दिए। नईम के मारे जाने की जानकारी जिसे भी मिली, उसने यही कहा कि आरोपी के साथ सही हुआ, उसे अपनी करतूत की सजा मिल गई। पूरे परिवार के निर्मम हत्याकांड को अंजाम देने वाले के साथ ऐसा ही होना चाहिए था। इससे ऐसी वारदातों को अंजाम देने वालों को कुछ सबक जरूर मिलेगा।