नई दिल्‍ली. अफगानिस्‍तान पर हुए तालिबान के कब्‍जे के बाद भारत में भी कई संगठन और लोग अपनी-अपनी राय दे रहे हैं. जहां एक तरफ इसे अफगानिस्‍तान के लोगों और खासतौर पर महिलाओं के लिए खतरनाक बताया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ तालिबान की सराहना करने वाले भी लोग हैं जो तालिबान की ताकत और उसकी रणनीति की तारीफ कर रहे हैं. हालांकि मुस्लिम संगठन इम्‍पार ने लोगों को तालिबान की तरीफ करने से बचने की सलाह दी है.

इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्‍स के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एमजे खान ने अपील की है कि अफगानिस्‍तान के लिए यह समय बहुत नाजुक है. इसलिए तालिबान को ग्‍लोरिफाई करने से पहले सावधानी बरतें और जिम्मेदारी का सबूत दें. खान ने कहा कि इस पूरे मामले में सभी को भारत सरकार के पक्ष का इंतजार करना चाहिए. जब तक कोई सरकारी मत नहीं आ जाता है, तब तक किसी भी संगठन या व्‍यक्ति को तालिबान को लेकर बयानबाजी करने से बचना चाहिए.

डॉक्टर खान ने आगे कहा कि भारत ने हमेशा अफगानिस्तान की मदद की है. यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत ने अफगानिस्तान में पार्लियामेंट से लेकर रोड स्वास्थ्य केंद्र और शिक्षण संस्थान बनाए हैं और अफगानिस्तान भारत दोनों लंबे समय से एक दूसरे के सहयोगी रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में अफगानिस्तान में हुए इस घटनाक्रम ने दुनिया को हैरान कर दिया है. हालात निश्चित रूप से चिंता का विषय हैं. तालिबान के साथ राजनयिक संबंधों पर फैसला हमारी सरकार देश के सर्वोत्तम हित में करेगी. ऐसे में इम्पार समुदाय को सावधान करना चाहेगा, कि उसे अनावश्यक टिप्पणियों से बचना चाहिए.

खान ने कहा, ‘तालिबान इस्लाम का चेहरा नहीं है. समुदाय के कुछ राजनीतिक और धार्मिक नेताओं के हालिया बयान दुर्भाग्यपूर्ण, अनावश्यक और अपरिहार्य थे. इम्‍पार को उम्मीद है कि तालिबान उचित कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करेगा और सभी नागरिकों और विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के जीवन और सम्मान की रक्षा करेगा.’

उन्‍होंने कहा कि हाल ही में तालिबान के शुरुआती बयान काफी सकारात्मक, आश्वस्त करने वाले और जिम्मेदार हैं. ऐसे में आशा करते हैं कि अफगानिस्तान के लोगों को, जिन्होंने पिछले 42 वर्षों में अनकही पीड़ा झेली है, अशांति और विनाश से राहत मिलेगी. वे शांति और प्रगति के उतने ही पात्र हैं जितने कि ग्रह पर कोई अन्य व्यक्ति. उम्‍मीद है कि तालिबान अधिक जिम्मेदारी से व्यवहार करेगा और दुनिया अफगानिस्तान के लोगों के बेहतर भविष्य के लिए उनके साथ अधिक रचनात्मक रूप से जुड़ेगी
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