नई दिल्ली. शेयर मार्केट में बिग बुल नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला का आज निधन हो गया है. वे एक ऐसे शख्स थे, जिन्होंने खुद के दम पर इतना बड़ा सम्राज्य खड़ा किया था. वर्तमान में उनकी कुल नेटवर्थ करीब 46 हजार करोड़ रुपये थी. वे बार-बार सिर्फ एक मैथमेटिकल फॉर्मूले का जिक्र किया करते थे. ये वही फॉर्मूले है, जिसकी दम पर उन्होंने इतनी सफलता हासिल की थी. इससे उन्हें मुनाफा कमाने की कंपनी की क्षमता और कंपनी की क्षमता के बारे में बाजार की धारणा दोनों के महत्व को समझने में मदद मिली.
झुनझुनवाला कहते थे, “मुझे एक साधारण गणितीय समीकरण के बारे में बताया गया था. वह है Earnings per share (EPS) x price earnings ratio (PER) = price इससे स्पष्ट है कि जब दोनों कीमत तय करने वाले वैरियेबल्स यानी कि EPS और PER में बढ़त हो रही है तो स्टॉक की कीमत में बढ़ोत्तरी होती है. ” ये बात उन्होंने आउटलुक बिजनेस के पूर्व संपादक एन महालक्ष्मी के साथ एक इंटरव्यू में कही थी.
राकेश झुनझुनवाला कहते थे कि मार्केट एक औरत की तरह है जिसे कभी कोई डॉमिनेट नहीं कर सकता है. वे कहते थे कि मौसम, मौत और बाजार को लेकर भविष्यवाणी कोई नहीं कर सकता. बाजार हमेशा प्रभावशाली, रहस्यमय, अनिश्चित और अस्थिर. आप वास्तव में कभी भी बाजार पर हावी नहीं हो सकते हैं. वे कहते थे कि हमेशा भेड़ चाल के खिलाफ जाएं. जब दूसरे बेच रहे हों तब खरीदें और जब दूसरे खरीद रहे हों तब बेचें.
राकेश झुनझुनवाला अक्सर अपने पिता को उनके दोस्त के साथ शेयर बाजार की बातें करते हुए सुनते थे. उन दोनों की बातचीत सुनकर ही राकेश झुनझुनवाला की दिलचस्पी मार्केट में बढ़ी. राकेश झुनझुनवाला ने एक बार कहा था कि उनके पिता हमेशा उन्हें पेपर पढ़ने की सलाह देते थे ताकि यह पता चल सके कि बाजार में उतार चढ़ाव की वजह क्या है?
राकेश झुनझुनवाला की शेयर बाजार में दिलचस्पी देखकर उनके पिता ने उन्हें निवेश करने की इजाजत तो दी, लेकिन रुपये देने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं राकेश झुनझुनवाला को किसी दोस्त से पैसे लेने को भी मना कर दिया था, लेकिन राकेश झुनझुनवाला की खासियत थी कि वह किसी रिस्क लेने से डरते नहीं थे. उन्होंने अपने भाई के क्लाइंट से पैसे लिए और वादा किया कि वो FD से ज्यादा रिटर्न देंगे. इस भरोसे पर उन्हें पैसे मिल गए.