राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर गुरुवार रात मुजफ्फरनगर महोत्सव का शुभारंभ केंद्रीय पशुपालन मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कैलाश खेर ने ‘पिया घर आवेंगे…’ सुनाया। इसके अलावा ‘क्या कभी अंबर से सूर्य बिछड़ता है, क्या कभी बिन बाती दीपक जलता है…’ सुनाया तो पांडाल में बैठे लोगों ने खूब सीटियां बजाईं। डीएम चंद्रभूषण सिंह, एसएसपी अभिषेक यादव, सीडीओ आलोक यादव, सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार, एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय मौजूद रहे।
जीआईसी के मैदान पर जोश से लबरेज युवाओं के शोर मचाने पर कैलाश खेर ने कहा कि हमें ही अगर नहीं सुनोगे तो कैसे चलेगा। मुंबई से बुलाया है तो हमें सुनों भी और देखो भी।
कैलाश खेर ने कहा कि वह जुहू में रहते हैं। फिल्मों में काम करते हैं, लेकिन कभी फिल्में नहीं देखते। कभी टीवी नहीं देखते। मेरे घर में टीवी भी नहीं है। युवा अपना लक्ष्य बनाकर मेहनत करें।
कैलाश खेर ने कहा कि मुजफ्फरनगर तो मोहब्बत नगरी है। अगर ठंड का मौसम नहीं होता तो लाखों लोग इस मैदान पर होते। लेकिन हाजिरी ठंड में होनी थी, आपका जोश काबिल ए तारीफ है।
कैलाश खेर युवाओं से देशी अंदाज में रूबरू हुए। युवाओं को आलबादी और बावले कहकर पुकारते हुए नाचने का आह्वान किया।
कैलाश खेर पहुंचे तो युवाओं की भारी भीड़ जमा हो गई। जीआईसी के मैदान पर किए गए इंतजाम नाकाफी पड़ गए। यहां देर रात तक हंगामा होता रहा