बड़बोले व पुलिस कर्मचारियों पर बयान देकर पुलिस कर्मचारियों का विरोध झेल रहे पीपीसीसी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को एक बार फिर उस समय चर्चा में आ गए जब उनकी गाड़ी के चालक ने भागने के चक्कर में गाड़ी एक नर्स के उपर ही चढ़ा दी। गंभीर हालत में नर्स को उपचार के लिए गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। 

इस दौरान सिद्धू की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों ने अपने अधिकारों के लिए शांतमयी तरीके से प्रदर्शन कर रही नर्सों के साथ बदसलूकी की और सिद्धू अपनी गाड़ी के अंदर से ही मूक दर्शक बन कर तमाशा देखते रहे। एनएचआरएम के तहत एएनएम, मल्टीपर्पज हैल्थ वर्कर मेल तथा फीमेल, ठेका आधारित नर्सों को आज उस समय सिद्धू के सुरक्षा कर्मियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा, जब उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कोठी से बाहर निकल रहे सिद्धू की गाड़ी को घेर लिया।

जत्थेबंदी की प्रधान सतिंदर कौर, अरमान, कुलजीत ने बताया कि वे एनएचआरएम के तहत अलग-अलग विभागों में नर्सिंग का काम कर रहे कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में पीपीसीसी प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की कोठी के बाहर पिछले लंबे समय से शांतमय धरना दे रहे हैं। पिछले समय के दौरान सिद्धू ने उन्हें उनकी मांगों पर मुख्यमंत्री चन्नी के साथ बात करने का भरोसा दिया था। उन्होंने बताया कि आज नव वर्ष था तो उन्हें सिद्धू से अपनी मांगें हल करवाए जाने की सिद्धू से उम्मीद थी।

उन्होंने बताया कि आज नव वर्ष के मौके पर भी उन्होंने सिद्धू की कोठी के पास धरना लगाया था। आज सुबह जब सिद्धू भारी सुरक्षा के बीच अपनी गाड़ी में सवार होकर बाहर निकले तो उन्हें घेर लिया। इस दौरान कुछ कर्मचारी गाड़ी के आगे खड़ा हो गईं। उन्होंने सिद्धू को गाड़ी से बाहर आकर बात करने को कहा, तो सुरक्षा कर्मचारियों ने नर्सों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। इस दौरान सिद्धू अपनी गाड़ी में बैठे अंदर से तमाशा देखते रहे। 

कर्मचारी नेता सतिंदर कौर ने बताया कि इस दौरान सिद्धू की जेड सिक्युरिटी के कर्मचारी तैश में आ गए। इस बीच ही सिद्धू की गाड़ी के चालक ने गाड़ी भगा ली, तो गाड़ी के आगे खड़ी अमनदीप कौर नामक नर्स उसके नीचे आ गई। इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई तो उन्होंने धरने पर बैठे अन्य कर्मचारियों की मदद से उसे इलाज के लिए गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवा दिया। इससे सभी मेडिकल एसोसिएशनों तथा मेडिकल कर्मचारियों में गुस्से की लहर दौड़ गई। इससे गुस्साई नर्सों व अन्य कर्मचारियों ने पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल से नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।