न्यूट्रिशन की कमी, सुस्त जीवनशैली और चलना-फिरना कम होने की वजह से जवानी में ही बुढ़ापा आने लगा है। आजकल 30 साल के लोगों में सफेद बाल, बाल झड़ना, गंजापन देखा जा सकता है। लेकिन ये एजिंग की जगह ब्रेन ट्यूमर का लक्षण भी हो सकता है। जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

सफेद बाल या हेयर लॉस के पीछे विटामिन-मिनरल की कमी होती है। हार्वर्ड (ref.) बताता है कि ट्यूबरस स्केलेरोसिस नाम के ट्यूमर की वजह से भी बाल सफेद होने लगते हैं। यह हेयर लॉस का कारण भी बन सकता है। आइए इस ट्यूमर के बारे में जानते हैं।

ट्यूबरस स्केलेरोसिस को ट्यूबरस स्केलेरोसिस कॉम्प्लेक्स भी कहते हैं। यह सिर के अलावा किसी भी हिस्से में हो सकता है। मायोक्लीनिक बताता है कि यह ट्यूमर कैंसर नहीं होता और इसके सिर्फ लक्षणों को मैनेज किया जा सकता है।

मायोक्लीनिक के मुताबिक, ट्यूबरस स्केलेरोसिस ट्यूमर को ब्रेन कैंसर का खतरा बढ़ाने वाला माना जाता है। इसलिए आपको काफी सावधान रहने की जरूरत है और ये लक्षण दिखते ही डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

ब्रेन ट्यूमर के कारण फिजिकल स्ट्रेस बढ़ जाता है। इसकी वजह से शरीर का कामकाज बिगड़ जाता है और मेलानिन का उत्पादन कम हो जाता है। इसलिए ब्रेन कैंसर की वजह से भी बालों का सफेद होना या झड़ना जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

कई सारे शोध में एंटीऑक्सीडेंट्स को ट्यूमर की ग्रोथ रोकने वाला पाया गया है। यह तत्व ब्रॉकली, पालक, गाजर, चुकंदर, कद्दू, हल्दी, अदरक में पाया जाता है। इसलिए इन चीजों का सेवन जरूर करें।