भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर,2022 में यूपीआई लाइट (UPI Lite) सुविधा शुरू की थी। इसको शुरू करने का मकसद डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना था। गुरुवार 10 अगस्त को रिजर्व बैंक ने यूपीआई लाइट पर एक अहम फैसला लिया है। इसके तहत अब यूजर्स बिना इंटरनेट के यूपीआई लाइट (UPI Lite) के जरिए 200 के बजाय 500 रुपये तक का पेमेंट कर सकेंगे। रिजर्व बैंक के इस ऐलान के बाद पूरे देश में डिजिटल पेमेंट की पहुंच और बढ़ेगी।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक, डिजिटल पेमेंट एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए इसमें AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे यूजर्स को बेहतर एक्सपीरियंस मिल सकेगा। यूपीआई लाइट की लिमिट को बढ़ाने का मकसद ये है कि ज्यादा से ज्यादा लोग रोजाना छोटे-मोटे ट्रांजैक्शन के लिए भी यूपीआई का इस्तेमाल कर सकें।
यूपीआई लाइट यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का ही लाइट वर्जन है। UPI के जरिए किसी भी तरह का पेमेंट करने के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है, लेकिन यूपीआई लाइट के द्वारा यूजर्स 500 रुपए तक का पेमेंट बिना इंटरनेट के भी कर सकते हैं। यूपीआई लाइट एक तरह से ऑन डिवाइस वॉलेट फैसेलिटी है, जिसमें यूजर्स रियल टाइम में छोटे-मोटे अमाउंट का भुगतान बिना यूपीआई पिन के कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ने यूपीआई लाइट में मैक्सिमम 2 हजार रुपये तक का बैलेंस रखने की सुविधा प्रदान की है।