मेरठ. देश में गेहूं के उत्पादन में कमी और रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में दामों में उछाल को देखते हुए केंद्र सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी। प्रदेश में गेहूं की 60 लाख मीट्रिक टन सरकारी खरीद का लक्ष्य रखा गया था। इसके मुकाबले 17 मई तक 2.5 लाख मीट्रिक टन का आंकड़ा भी नहीं छुआ जा सका। मेरठ मंडल में भी 313000 मीट्रिक टन के लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 3670 मीट्रिक टन ही खरीद हो पाई। अब इसका असर राशन वितरण पर पड़ना शुरू हो गया है।

उत्तर प्रदेश में 14.87 करोड़ यूनिट (लोगों) को राशन वितरित होता है। इनमें 13.56 करोड़ पात्र गृहस्थी व 1.30 करोड़ अंत्योदय कार्ड धारक हैं। तीन किग्रा. प्रति यूनिट के हिसाब से 4 लाख 46 हजार मीट्रिक टन गेंहू वितरण निशुल्क होता था। अब प्रदेश के 14.87 करोड़ लोगों को 7 लाख 43 हजार मीट्रिक टन चावल ही वितरित किया जाएगा।

खुले बाजार में ज्यादा भाव से भी बढ़ा संकट
सरकारी क्रय केंद्रों पर गेंहू का एमएसपी 2015 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि खुले बाजार में 2200 रुपये से ज्यादा पर बिक्री हुई। इस वजह से भी सरकारी खरीद कम हुई।

शासनादेश आ चुुके हैं
शासनादेश आ चुका है, अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में सिर्फ चावल वितरित होगा। अभी पिछले महीने अप्रैल का राशन वितरण का 24 मई तक पुरानी व्यवस्था के तहत ही होगा। मई माह के राशन में गेहूं नहीं मिलेगा। – राघवेंद्र कुमार सिंह, जिलापूर्ति अधिकारी

मेरठ मंडल में सितंबर तक बंटेगा 234159 मीट्रिक टन चावल:

मंडल हर माह सितंबर तक
मेरठ 11300 56500
बुलंदशहर 12549 62745
बागपत 4529 22647
हापुड़ 4964 24823
गाजियाबाद 9205 46027
गौतमबुद्धनगर 4283 21416