मेरठ। गांवड़ी में कूड़ा प्लांट पर सोमवार दोपहर प्लांट के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एनटीपीसी के कर्मचारी जितेंद्र की मौत हो गई। दो कर्मचारी साजिद और मंथरा करंट का झटका लगने पर 50 मीटर दूर गिर गए। हालांकि इन दोनों कर्मचारियों की जान बच गई। एनटीपीसी और निगम अधिकारी मौके पर पहुंचे। हादसे की सूचना पुलिस को नहीं दी गई।
परीक्षतगढ़ रोड स्थित गांवड़ी गांव में नगर निगम की करीब 43 एकड़ भूमि है। कूड़ा प्लांट लगाने के लिए 15 एकड़ भूमि आर्गेनिक रिसाइकिलिंग प्राइवेट कंपनी को दी हुई है। कूड़ा प्लांट नहीं लगा, जिसका मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। नगर निगम का एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम के साथ 900 मीट्रिक टन का अनुबंध हुआ है। जिसके चलते कचरे से कोयला बनाने वाले प्लांट का नौ अक्तूबर को नगर निगम ने भूमि पूजन कराया था।
निगम ने अभी अनुबंध की शर्तों के अनुसार कार्य शुरू नहीं किया। एनटीपीसी के तीन कर्मचारी साजिद, मंथरा और जितेंद्र कुमार गांवड़ी प्लांट पर पहुंचे। कर्मचारियों ने बताया कि मिट्टी का सैंपल लेने के लिए तीनों कर्मचारी बोरिंंग में काम आने वाली लोहे की तिपाई उठा रहे थे। तभी पाइप कूड़ा प्लांट के ऊपर से गुजर रहे हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। जिसके चलते तीनों कर्मचारी करंट से झ़ुलस गए। जितेंद्र कुमार को उसके साथी कर्मचारी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। कर्मचारी जितेंद्र का शव लेकर शाहजहांपुर के पास उनके गांव मानीपारा ले गए।
एनटीपीसी द्वारा जहां कूड़ा प्लांट लगाया जा रहा है, उसके ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। नगर निगम की बोर्ड बैठक में महापौर ने एनटीपीसी प्लांट के बारे में पार्षदों को बताया था, जिस पर भाजपा पार्षद संजय सैनी ने हादसे की आशंका जताई थी। अनसुना करने पर पार्षद बैठक छोड़कर चले गए थे।