नई दिल्ली। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 81 गांवों के किसान शुक्रवार को भी नोएडा प्राधिकरण पर धरना देने पहुंचे। पहले से ही तैनात भारी पुलिस बल ने किसानों को हरौला गांव के पास घेर लिया तथा करीब सवा सौ किसानों व नेताओं को गिरफ्तार कर उन्हें पुलिस लाइन भेजा गया है। इधर भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने कहा है कि इस बीजेपी को वोट देने का गुनाह हमसे भी हुआ है। मोदी – योगी दोनों को वोट देकर की बड़ी हमने की है।

अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने बताया कि जनपद में कोविड-19 के चलते धारा 144 लागू है। भारतीय किसान परिषद के बैनर तले शुक्रवार को भी सैकड़ों किसान नोएडा प्राधिकरण पर धरना देने के लिए आए। पुलिस ने उन्हें समझाने- बुझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने बताया कि धरने में महिलाएं व पुरुष भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इससे पूर्व बुधवार तथा बृहस्पतिवार को भी पुलिस ने सैकड़ों किसान नेताओं को गिरफ्तार किया था।

किसानों के भारत बंद का वाम दलों को समर्थन: केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किए गए, 25 सितंबर को ‘‘भारत बंद’’ के आह्वान का वामपंथी दलों ने समर्थन करने की घोषणा की है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक संयुक्त बयान में लोगों से भारत बंद का समर्थन करने की अपील की गई है।

किसानों ने दिया धरना: पंजाब के मोगा में बृहस्पतिवार को शिरोमणि अकाली दल के एक कार्यक्रम में किसानों ने कथित तौर पर जबरन दाखिल होने की कोशिश की, जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का प्रयोग करना पड़ा। कार्यक्रम को पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल संबोधित कर रहे थे। जिसके बाद किसानों की तरफ से इस घटना के विरोध में धरना दिया गया।