मऊ. मऊ में मंगलवार को प्रस्तावित सुभासपा के बागियों की महापंचायत नहीं हो सकी। एक प्लाजा में आयोजित महापंचायत की इजाजत जिला प्रशासन ने नहीं दी। बागियों ने इजाजत नहीं मिलने के पीछे ओपी राजभर के दवाब को कारण बताया। कहा कि ओपी राजभर के कहने पर इजाजत नहीं मिली। ओपी राजभर पर जमकर हमला भी किया। पूर्व उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर समेत सभी बागी नेता प्लाजा में महापंचायत की इजाजत नहीं मिलने पर कलक्ट्रेट के धरना स्थल पहुंच गए। वहीं पर नई पार्टी का एलान किया गया। पार्टी का नाम सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी रखा गया है। महेंद्र राजभर को इसका राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है।
महेंद्र राजभर को 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और सुभासपा का संयुक्त प्रत्याशी बनाते हुए मुख्तार अंसारी के खिलाफ मैदान में उतारा गया था। पीएम मोदी भी महेंद्र राजभर का प्रचार करने मऊ पहुंचे थे और बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ लड़ने के कारण महेंद्र राजभर को कटप्पा की संज्ञा दी थी।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर ने कुछ दिन पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर कई आरोप लगाते हुए बगावत कर दी थी। अपने समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी थी। मंगलवार को एक प्लाजा में बागियों की महापंचायत बुलाकर नई पार्टी के गठन का एलान किया था। लेकिन कार्यक्रम के लिए नगर मजिस्ट्रेट से अनुमति नहीं मिली। इसके बाद सुभासपा के बागी कार्यकर्ता महेन्द्र राजभर एवं डॉ. बलिराज राजभर के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंच गए और नई पार्टी की घोषणा की।
महेंद्र राजभर ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डॉक्टर बलिराज राजभर को मनोनीत किया है। इसी दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय महासचिव ने पार्टी के लिए चुने गए झंडे का अनावरण किया।
महेन्द्र राजभर सुभासपा की स्थापना काल से ही ओमप्रकाश राजभर के साथ रहे हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार राजभर बिरादरी में महेंद्र राजभर का भी प्रभाव माना जाता है। महेन्द्र राजभर मऊ जनपद के अलावा अन्य गैर जनपदों आजमगढ़, बलिया, देवरिया, गाजीपुर में अपनी खासी पहचान रखते हैं।
इस मौके पर लालजी राजभर, रमेश सिंह चौहान, अर्जुन चौहान, चंद्रशेखर राजभर, बृजेश राजभर, राम दुलारे राजभर, रमेश यादव रामाशीष यादव, बड़े लाल चौहान, ओमप्रकाश राजभर, रामजीत राजभर, अभयनंदन वर्नवाल, रामनिवास मनोज राजभर ,अबू साले, जगधारी राम कन्नौजिया, उस्मान गनी, मोती मंडल, मोती यादव, जनार्दन राजभर, हरिहर राजभर, मनोज यादव, अरविंद राजभर, सूरज राजभर, गिरधारी राजभर उपस्थित रहे।