नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी का रथ रोकने के लिए विपक्ष पूरा जोर लगा रहा है. विपक्षी नेता बार-बार मुलाकात कर रहे हैं और साझा रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं. हालांकि, विपक्ष में पीएम पद के कई दावेदार हैं इसलिए अभी तक पीएम मोदी के खिलाफ किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई है. इस बीच खबर आई है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव 2024 के खातिर विपक्ष की लामबंदी के लिए यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और एनसीपी के चीफ शरद पवार से मुलाकात करेंगे. ये अहम मीटिंग 11 मई को होगी और इस दौरान चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी. नीतीश कुमार इससे पहले अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और केसीआर से मिल चुके हैं.
बता दें कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार पहले ही कह चुके हैं कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्ष का एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार किया जाएगा. शरद पवार ने कहा था कि वे विपक्षी पार्टियों को एकसाथ लाने में अहम भूमिका निभाएंगे. अगले 10-11 महीनों में कई राज्यों में चुनाव होंगे. नीतीश कुमार, चंद्रशेखर राव, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी जैसे नेता विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं.
जान लें कि नीतीश ही नहीं केसीआर भी इससे पहले दूसरे राज्यों में जाकर अखिलेश यादव और नीतीश कुमार जैसे दिग्गज विपक्षी नेताओं से मिल चुके हैं लेकिन, अब तक विपक्ष के किसी एक नेता के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है. विपक्ष में शरद पवार, नीतीश कुमार, केसीआर और ममता बनर्जी जैसे कई बड़े नेता प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई के महीने में हो सकते हैं. बीजेपी के सामने चुनौती है कि क्या वह आम चुनाव में जीत की हैट्रिक लगा पाएगी. दूसरी तरफ विपक्ष इस रणनीति पर काम कर रहा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत के आंकड़े से पहले रोका जाए और गठबंधन की सरकार बनाई जाए. हालांकि, इसमें कांग्रेस की क्या भूमिका होगी, ये अभी तक तय नहीं हो पाया है.