नई दिल्ली। डिलीवरी एप से मंगाई गई आइसक्रीम में कनखजूरा निकला। मामले की जानकारी मिलते ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की टीम ने सेक्टर-22 स्थित डिलीवरी एप के स्टोर पहुंचकर उस लॉअ की सभी आइसक्रीम बेचने पर रोक लगा दी है। आइसक्रीम का सैंपल की जांच होगी।  विभाग ने आइसक्रीम बनाने वाली कंपनी और डिलिवरी एप के खिलाफ भी केस दर्ज कराने की बात कही है।

 

सेक्टर-12 निवासी दीपा देवी ने बच्चों के लिए मैंगो शेक बनाने के लिए इंस्टैंट डिलिवरी करने वाले एप से आइसक्रीम ऑर्डर की थी। आइसक्रीम का ढक्कन खोला। उसमें कनखजूरा चलता दिखा। उन्होंने एप के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई। कंपनी ने गलती मानते हुए आइसक्रीम के पैसे रिफंड कर दिए। इधर मामले की सूचना मिलने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम भी सेक्टर-12 पहुंची। पीड़ित की शिकायत के आधार पर सेक्टर-22 स्थित एप के स्टोर पर पहुंचकर आइसक्रीम के उस बैच की बिक्री पर रोक लगा दी।

दीपा ने कहा कि ब्लैंकेट ने हमारा 195 रुपये रिफंड कर दिया। ब्लैंकेट की ओर से कहा गया है कि उन्होंने अमूल को मेल कर दिया है। उनकी तरफ से फोन या मैसेज जरूर आएगा, लेकिन अमूल की तरफ से न फोन आया न ही मैसेज। अभी तक मैं इंतजार कर रही हूं, अगर अमूल की तरफ से मुझसे संपर्क नहीं किया गया, तो मैं इसकी शिकायत प्रशासन से करूंगी।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल का कहना है कि मामले में शिकायत को तत्परता से लेते हुए कार्रवाई की जा रही है। रविवार को केस दर्ज कराया जाएगा।