हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आपने 1980 में कंपनी में 10 हजार रुपये का निवेश किया होता तो आज 1200 करोड़ रुपये के मालिक होते. यकीन नहीं हो रहा है तो चलिए समझते हैं ये कैसे होता.

मान लीजिए कि 1980 में आपने विप्रो के 100 शेयर 100 रुपये की फेसवैल्यू पर खरीदे, तो कुल निवेश हुआ 10,000 रुपये. इसके बाद आपने कभी इस निवेश की तरफ देखा नहीं. न तो कभी प्रॉफिट बुक किया और न ही इससे ज्यादा शेयर खरीदे. विप्रो ने इस दौरान कई बार बोनस शेयरों का भी ऐलान किया, ऊंची फेस वैल्यू वाले शेयरों को शेयर स्प्लिट भी किया, इसी अनुपात में शेयरों की संख्या भी बढ़ी.

विप्रो ने 1980 से लेकर अबतक कई बार ऐसे बोनस और स्टॉक स्प्लिट्स किए हैं. तो चलिए देखते हैं कि इसका आपके शेयरों पर क्या असर पड़ा. सिर्फ 10,000 रुपये के इनवेस्टमेंट यानी 100 शेयरों से आपने शुरुआत की थी, अब ये शेयर बढ़कर 2.56 करोड़ हो चुके हैं.

आज विप्रो का शेयर प्राइस 510 रुपये है, तो कुल वैल्यू हुई,
शेयर प्राइस गुना कुल शेयरों की संख्या = कुल वैल्यू
510 गुना 2.56 करोड़ = 13,05,60,00,000 रुपये
यानी आज के शेयर प्राइस पर 10,000 रुपये के शेयरों की संख्या 1300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो चुकी है. जिन लोगों ने भी 1980 में विप्रो के शेयरों में 10,000 रुपये लगाए होंगे वो आज हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति पर बैठे हैं।