नई दिल्ली :पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से अब आम आदमी को राहत मिलने वाली है. बिजनेस टुडे में प्रकाशित खबर के अनुसार सरकार की तरफ से पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती करने का विचार किया जा रहा है. ऐसा होने पर इसका सीधा असर घरेलू बाजार में तेल की कीमतों पर होगा.
बिजनेस टुडे में प्रकाशित खबर में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया कि पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मंत्रालय और फाइनेंस मिनिस्ट्री एक्साइज ड्यूटी घटाने पर विचार कर रहे हैं. तेल कंपनियों ने मंगलवार को लगातार छठें दिन तेल की कीमत में बदलाव नहीं किया है. 22 मार्च से 6 अप्रैल तक पेट्रोल और डीजल में 10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी. इससे आम आदमी की जेब पर असर पड़ रहा है.
खबर यह भी है कि एलपीजी सिलेंडर की कीमत एक बार फिर बढ़ सकती हैं. सरकार की कोशिश है कि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में किसी तरह का इजाफा न हो. हालांकि कमर्शियल गैस सिलेंडर महंगा हो सकता है. फिलहाल दिल्ली में घरेलू एलपीजी सिलेंडर का भाव 949.50 रुपये है.
वित्त मंत्रालय की तरफ से 2021 में लोकसभा में बताया गया था कि सरकार पेट्रोल पर 27.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 21.80 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी से कमाती है. केंद्र ने नवंबर 2021 में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती करते हुए क्रमश: 5 रुपये और 10 रुपये की कमी की थी. अब सरकार की तरफ से फिर से कटौती की जाती है तो पेट्रोल-डीजल के रेट एक बार फिर नीचे आ सकते हैं.
पांच राज्यों के चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद तेल कंपनियों ने 22 मार्च को पेट्रोल-डीजल के रेट में इजाफा किया था. तब से अब तक तेल 10 रुपये प्रति लीटर तक महंगा हो गया है. हालांकि 7 अप्रैल से कंपनियों ने तेल के भाव में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की है.