नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कानपुर आईआईटी के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में शॉर्टकट से बचें और चुनौतियों का सामना करने का प्रयास करें. समस्‍याओं को कुशल समाधान करते हुए हल करें. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधान मंत्री ने छात्रों के साथ बातचीत की और कुछ हास-परिहास के कुछ पल साझा किए. दीक्षांत समारोह में उन्‍होंने कहा कि जो चुनौतियों का सामना करता है और जो उन पर विजय हासिल करता है, वही बड़ी ऊंचाइयों को छूता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से कहा कि जब आप कॉलेज से बाहर कदम रखते हैं, तो सफलता के शॉर्टकट के साथ बहुत सारे लोग आपके पास आएंगे. लेकिन जब आराम और चुनौती के बीच चयन करने को कहा जाए, तो मैं आप सभी को दूसरे बाद वाले के लिए सलाह दूंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आईआईटी के छात्रों की मदद से भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप हब बनकर उभरा है.

उन्‍होंने कहा कि स्वतंत्रता के इस 75 वें वर्ष में, हमारे पास 75 से अधिक यूनिकॉर्न हैं, 50,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं. इनमें से 10,000 केवल पिछले 6 महीनों में आए हैं. भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप हब बनकर उभरा है और यह उपलब्धि प्रमुख रूप से IIT के छात्रों की मदद से हासिल की गई है.

प्रधान मंत्री ने ब्लॉकचैन-आधारित डिजिटल डिग्री भी लॉन्च की जिन्हें विश्व स्तर पर सत्यापित किया जा सकता है. इसके साथ ही इनकी नकल बनाना असंभव होगा. दीक्षांत समारोह में, सभी छात्रों को राष्ट्रीय ब्लॉकचैन परियोजना के तहत संस्थान में विकसित इन-हाउस ब्लॉकचेन-संचालित तकनीक के माध्यम से डिजिटल डिग्री जारी की गई. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने कानपुर शहर में 11,000 करोड़ की मेट्रो परियोजना के एक नए खंड का शुभारंभ करने के बाद कानपुर मेट्रो की सवारी की. उनके साथ मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी थे.