मेरठ. पश्चिमी यूपी के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार सुबह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से मेरठ पहुंचे। पीएम मोदी सबसे पहले ऐतिहासिक औघड़नाथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर माथा टेका और करीब 15 मिनट तक मंदिर परिसर में ही रहें। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहले से ही औघड़नाथ मंदिर पहुंच गए थे। पीएम मोदी समेत सभी नेताओं की सुरक्षा में शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मेरठ जिले से सलावा तक चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम अंतिम समय में बदल गया। पहले उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचना था लेकिन, एन वक्त पर कार्यक्रम में बदलाव हो गया। इसके बाद पीएम मोदी कार से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से होते हुए मेरठ पहुंचे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रांति धरा मेरठ पर शहीद स्मारक पहुंचे और शहीद क्रांतिकारियों को नमन किया। वहीं पीएम मोदी 26 मिनट में 1857 की क्रांति से जुड़े सभी पहलुओं से रूबरू हुए।

प्रधानमंत्री रविवार को सुबह 11:47 बजे पूरे काफिले के साथ शहीद स्मारक पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अमर जवान ज्योति को शीश नवाया और पुष्प चढ़ाएं।

इसके बाद पीएम सीधे शहीद स्मारक पर शहीदों को नमन करने पहुंचे। उन्होंने शहीद स्मारक पर क्रांतिकारियों के नाम के शिलापट को भी नमन करते हुए निहारा। इसके बाद प्रधानमंत्री मंगल पांडे की प्रतिमा को नमन करने पहुंचे। इन्होंने यहां पर फूल माला चढ़ाई। इसके बाद पीएम मोदी सीधे 1857 की वीर गाथा को संजोए संग्रहालय में पहुंचे और यहां पर संग्रहालय के अध्यक्ष पीके मौर्य को साथ लेकर गैलरी नंबर-1 पहुंचे, जहां उन्होंने क्रांति धरा और क्रांति वीरों की तस्वीरें देखीं। साथ ही संग्रहालय अध्यक्ष से क्रांति की घटना और वीरों की गाथा को जाना।

इस दौरान गैलरी नंबर-3 में पहुंचकर उन्होंने दिल्ली, कानपुर और आगरा से जुड़ी क्रांतिकारी घटनाओं के चित्रों का अवलोकन किया। साथ ही घटनाओं के संबंध में बारीकी से एक-एक जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने संग्रहालय का एक-एक कोना देखा और एक-एक जानकारी ली।

प्रधानमंत्री ने संग्रहालय को संजोए जाने पर संग्रहालय अध्यक्ष और प्रशासन को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने 1857 की क्रांति में किसानों से जुड़े चित्रों को देखकर बेहद सराहा। संग्रहालय में लिखी क्रांति वीरों की गाथा को भी पढ़ा। इसके साथ-साथ अमर जवान ज्योति की भव्यता को देखकर भी प्रधानमंत्री बेहद खुश नजर आए। शहीद स्मारक परिसर में 26 मिनट रुकने के बाद प्रधानमंत्री दोपहर 12: 13 बजे शहीद स्मारक से सरधना क्षेत्र के सलावा में आयोजित सभा के लिए रवाना हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संग्रहालय में प्रवेश करते ही संग्रहालय के केयरटेकर हरिओम शुक्ला को पुस्तकालय में बंद कर दिया। यानी प्रधानमंत्री के पहुंचने पर संग्रहालय में केवल संग्रहालय अध्यक्ष ही पीएम के साथ रहे। प्रधानमंत्री के जाने के बाद मीडिया के लोगों ने ही हरिओम शुक्ला को पुस्तकालय का गेट खोलकर बाहर निकाला।

हरि ओम का कहना है कि उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से एक कमरे में बंद कर दिया गया था। इस बात का उन्हें कोई दुख नहीं है लेकिन, उन्हें प्रधानमंत्री को करीब से देखने का अवसर मिला यही सौभाग्य है। वहीं खेल प्रदर्शनी का निरीक्षण करने के दौरान पीएम मोदी ने व्यायाम करने वाली मशीन पर भी हाथ आजमाया। उन्होंने मशीन के बारे में जानकारी ली और व्यायाम भी करके देखा। प्रधानमंत्री खेल उपकरणों का अवलोकन करने के बाद मंच पर पहुंचे। यहां जोरदार तालियों के साथ मेरठ की जनता ने पीएम मोदी का स्वागत किया।