कई बार आपने नोटिस किया होगा कि यातायात पुलिसकर्मी सड़क पर आराम से खड़े रहतें है लेकिन किसी एक खास बाइक को देखते ही रोक लेते हैं. क्या आपने सोचा कि ऐसा कैसे होता है और पुलिसकर्मी एकदम से यह कैसे तय कर लेते हैं कि किस बाइक को रोकना है या और किसी नही? दरअसल, यह नियमों के ऐसे उल्लंघन के कारण होता है, जो आसानी से आंखों से दिख सकता है, जैसे- मान लीजिए आपने हेलमेट नहीं पहना है, बाइक में अवैध मॉडिफिकेशन कराया है, बाइक की नंबर प्लेट के साथ छेड़खानी की है या बाइक पर ओरलोडिंग की है. यह सभी चीजें पुलिसकर्मियों के दूर से दिख जाती हैं और वह अलर्ट होकर बाइक को रोक लेते हैं और चालान काट देते हैं.
बाइक और स्कूटर पर हेलमेट पहनना जरूरी है. चलाने वाले के साथ-साथ पीछे बैठने वाली सवारी के लिए भी हेलमेट जरूरी है. हेलमेट को सुरक्षा कारणों से अनिवार्य किया गया. अगर कोई व्यक्ति बिना हेलमेट के बाइक चलाता पकड़ा जाता है तो उसका ₹1000 तक का चालान कट सकता है.
आम तौर पर कई छोटे-मोटे मॉडिफिकेशन कराने की वाहन मालिक को अनुमति होती है. लेकिन, कई ऐसे मॉडिफिकेशंस हैं, जिन्हें अवैध माना जाता है, जैसे- बाइक की हेड लाइट और टेल लाइट को ब्लैक्ड आउट करा लेना और बहुत ज्यादा आवाज वाला एग्जॉस्ट लगवा लेना आदि. ऐसे में चालान कट सकता है.
नंबर प्लेट के साथ छेड़खानी किसी भी बाइक मालिक को भारी पड़ सकती है. बहुत से लोग नंबर प्लेट पर नंबर के अलावा भी कुछ-कुछ शब्द लिखवा लेते हैं, जो अवैध होता है. कुछ लोग नंबर प्लेट के साइज और शेप को भी बदलवा देते हैं. ऐसी मोटरसाइकिलों को भी पुलिस तुरंत रोकती है.
ओवरलोडिंग करना खतरनाक हो सकता है. ऐसा करने पर हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है. इससे आप अपनी जान को खतरे में डालने के साथ-साथ अन्य लोगों की जान को भी खतरे में डालते हैं. इसलिए, ओवरलोडिंग से बचें. ओवरलोडिंग होती देख पुलिसकर्मी बाइक को तुरंत रोकते हैं और चालान कर देते हैं.