मेरठ। कंकरखेड़ा के कासमपुर क्षेत्र में करीब दो दर्जन अवैध मीट की दुकानों को थाना पुलिस ने बंद करा दिया था। बंद कराई गई मीट की दुकानें बिना लाइसेंस के संचालित थी। शुक्रवार को सभी मीट व्यापारी थाने पहुंचे और पुलिस से दुकानें खुलवाने की गुहार लगाई। वहीं पुलिस ने बिना लाइसेंस के दुकान नहीं खोलने की चेतावनी दी है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के कासमपुर नाले की पटरी के बराबर में एक दर्जन अस्थाई मुर्गा, बकरा और शूकर के मीट की दुकानें वर्षों से संचालित थी। दूसरी ओर, कामसपुर बाजार में भी आधा दर्जन से अधिक मीट की स्थाई दुकानें हैं। क्षेत्रवासियों की सूचना पर गुरुवार को कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और सभी मीट दुकानदारों से नगर निगम वाला लाइसेंस दिखाने को कहा। एक भी दुकानदार लाइसेंस नहीं दिखा पाया। जिसके बाद पुलिस ने सभी दुकानें लाइसेंस बनने तक न खाेलने की नसीहत देते हुए बंद करा दी। वहीं शुक्रवार को स्थानीय भाजपा नेता संजीव मंगवाना के नेतृत्व में सभी मीट व्यापारी थाने पहुंचे और इंस्पेक्टर से दुकानें खुलवाने को कहा।
मेरठ में याकूब कुरैशी पर कसा शिकंजा, अल फहीम से जुड़ी सभी मीट फैक्ट्री होंगी बंद, कुर्की की तैयारी शुरू
व्यापारियों की मांग थी कि नगर निगम लाइसेंस बनाएगा, जो फिलहाल बंद है। ऐसे में उनके सामने आर्थिक संकट गहरा जाएगा। भाजपा नेता ने फोन पर कैंट विधायक अमित अग्रवाल से इंस्पेक्टर की बात भी कराई, जिस पर विधायक ने व्यापारियों की समस्या का समाधान कराने के लिए इंस्पेक्टर से कहा। मामले की जानकारी नगर निगम में कार्यरत डा. हरपाल सिंह ने मीट व्यापारियों से कहा कि बोर्ड बैठक में लाइसेंस बनवाने का मुद्दा उठाया जाएगा, उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस दौरान देवेंद्र चौधरी, हंसराज गुंजन, महेश लोधी, शक्ति सोनकर, पिंटू सिंह, मोहनलाल कर्दम, राजू, विजय गांधी, आशीष, विजय सोनकर, फकीर चंद आदि दुकानदार मौजूद थे।