मेरठ। पुलिस की नाकामी के चलते बदमाशों ने परीक्षितगढ़ के नारंगपुर गांव में घर से सौ मीटर की दूरी पर छह साल की बच्ची को अगवा कर लिया। बच्ची कोल्हू से दाल लेने के लिए दुकान पर जा रही थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बच्ची की तलाश को तीन टीमें लगा दी है। इसके बाद भी बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया है।

परीक्षितगढ़ थानाक्षेत्र के गांव नारंगपुर निवासी प्रवीण कुमार के गन्ने के कोल्हू पर गांव का अजयपाल कारीगर हैं। गुरुवार दोपहर साढ़े 12 बजे अजयपाल की छह वर्षीय शिवांगी कोल्हू से दाल लेने के लिए किराना की दुकान पर गई थी। घर से दुकान और कोल्हू की दूरी सौ मीटर है। कई घंटे बाद भी शिवांगी वापस नहीं लौटी। तब परिवार के लोगों ने बच्ची की तलाश की।

दुकानदार ने पूछताछ में बताया कि बच्ची उनकी दुकान पर नहीं पहुंच पाई। इसके बाद ग्रामीणों ने दिनभर बच्ची की तलाश की। देर शाम पुलिस को बच्ची के अपहरण की सूचना दी गई। पुलिस ने बच्ची के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर ग्रामीणों के साथ आसपास के खेतों में बच्ची की तलाश को कांबिंग की। तब भी बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया है। सीओ रुपाली राय का कहना है कि डाग स्क्वायड से लेकर फोरेंसिंक टीम को भी बच्ची की तलाश में लगाया। दिनभर कांबिंग करने के बाद बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया।

छह वर्षीय शिवांगी का अपहरण पुलिस की बड़ी नाकामी हैं। डेढ़ महीने पहले टीपीनगर के मुल्तानगर से पांच वर्षीय किट्टू को अगवा कर लिया था। अभी तक पुलिस किट्टू को बरामद नहीं कर पाई, जबकि आरोपित की सीसीटीवी फुटेज तक पुलिस के पास है। अब परीक्षितगढ़ के नारंगपुर छह वर्षीय शिवांगी को भी इसी तरह से अगवा कर लिया गया। फर्क इतना है कि किट्टू रात को साढ़े 12 बजे अगवा हुई थी, जबकि शिवांगी का अपहरण दिन के साढ़े 12 बजे हुआ। दोनों बच्चियों के परिवार का प्रोफाइल भी एक जैसा है।

घटनाक्रम भी एक ही दर्शा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि किट्टू को अगवा करने वाले गिरोह ने ही शिवांगी को अगवा तो नहीं किया है? शिवांगी के अगवा होने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का कोई युवक ऐसा कृत्य नहीं कर सकता है। पुलिस किट्टू को ध्यान में रखते हुए शिवांगी को तलाश रही है। सर्विलांस और ग्रामीणों से पूछताछ के आधार पर ढूंढी जा रही शिवांगी: शिवांगी की तलाश को नारंगपुर में मोबाइल के बीटीएस उठाए गए हैं, साथ ही अजयपाल के आसपास घरों में रहने वाले लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।

परिवार का कहना है कि अक्सर ही शिवांगी को दुकान पर सामान लेने के लिए भेजते थे। चंद मिनटों में ही सामान लेकर वापस भी आ जाती थी। गुरुवार को शिवांगी दुकान तक नहीं पहुंची, बल्कि बीच में ही गायब हो गई। परिवार के लोग शिवांगी के अगवा होने पर अनहोनी की आशंका भी जाहिर कर रहे हैं। पुलिस पूछताछ में कोई भी शिवांगी के बारे में जानकारी नहीं दे पाया है।

बच्ची की तलाश में ग्रामीणों ने टोली बनाकर तीन किमी तक खेतों को खंगाल दिया है। उसके बाद भी बच्ची के बारे में कोई पता नहीं चल पाया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को ड्रोन उड़ाकर बच्ची की तलाश की मांग की गई थी। उसके बाद भी पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर बच्ची को नहीं तलाशा है।