लखीमपुर खीरी| लखीमपुर खीरी के मैलानी के कंधईपुर का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। रविवार को ट्रेन से मुख्यमंत्री को दुखड़ा सुनाने लखनऊ जा रहे कंधईपुर निवासी महिला-पुरुष करीब 40 लोगों को पुलिस ने जबरन गोला स्टेशन पर उतार लिया और वापस घर भेज दिया। रेलवे स्टेशन पर पुलिस फोर्स देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। वहीं, इस पूरे प्रकरण में लापरवाही बरतने पर एसपी ने मैलानी एसओ राहुल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है।
कंधई पुरवा गांव में युवक बृजेश पासी का शव 10 मई को गांव के ही आरख बिरादरी के एक व्यक्ति के घर में मिला था। इस मामले को लेकर पासी और आरख बिरादरी में तनाव का माहौल बन गया। 12 जून को दोनों पक्षों में टकराव हो गया। मामला सुलझाने गई पुलिस पर भी पथराव हुआ था, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इसके बाद गांव में पुलिस का तांडव शुरू हुआ। खौफजदा कंधईपुर के लोग गांव छोड़कर पलायन कर गए। इस मामले में पुलिस ने 48 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए थे।
पुलिसिया उत्पीड़न से आहत होकर रविवार की शाम कंधईपुर से पासी बिरादरी के पांच पुरुष और करीब 30 महिलाएं मुख्यमंत्री से दुखड़ा सुनाने के लिए ट्रेन से लखनऊ जा रहे थे। ट्रेन गोला रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से पहले सीओ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में गोला और मैलानी थाना पुलिस की गाड़ियां रेलवे स्टेशन पहुंचीं। कुछ देर के लिए परिसर छावनी में तब्दील हो गया।
जैसे ही ट्रेन रेलवे स्टेशन पर पहुंची, पुलिस ने ट्रेन के इंजन के बाद दूसरे कंपार्टमेंट में बैठे कंधई पुर निवासी पीड़ितों को डांट-फटकार कर बलपूर्वक उतार लिया और जीआरपी चौकी के पास जमीन पर बैठा लिया। उतारे गए लोगों में कुछ महिलाओं के गोद में बच्चे थे, जो पुलिस के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे। ट्रेन जाने के बाद पुलिस ने कंधईपुर के लोगों को दो टाटा मैजिक में बिठाकर वापस घर भेज दिया। सीओ ने बताया है कि एसओ राहुल सिंह लाइन हाजिर कर दिए गए हैं।
कंधईपुर के लोगों के साथ पुलिस ने मैलानी के ही वार्ड संख्या 6 दामोदरपुर निवासी खेमकरन यादव को भी परिवार समेत उतार लिया। खेमकरन कहते रहे कि वह अपनी रिश्तेदारी में दुल्लापुर जा रहे हैं लेकिन पुलिस उनकी एक न मानी। ट्रेन छूटने के बाद खेमखरन को पत्नी और दो बेटों के साथ वापस लौटना पड़ा। मामले की जानकारी करने पर प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार दुबे का कहना था कि उनके पास किसी को पहचानने का कोई पैमाना नहीं है।
रविवार को रेलवे स्टेशन पर अचानक भारी पुलिस फोर्स पहुंचा तो यात्री सहम गए। जैसे ही ट्रेन रुकी पुलिस के लोग ट्रेन में कंधईपुर के लोगों को तलाशने लगे। इंजन से सटी बोगी में ग्रामीण मिले तो पुलिस ने खौफ दिखाना शुरू कर दिया। जबरन लोगों को उतार लिया।
ग्रामीण और उनके छोटे बच्चे पुलिस के सामने गिड़गिड़ाते रहे मगर पुलिस को तरस नहीं आया। इतना ही नहीं सभी को ट्रेन से उतारकर चौकी के पास जमीन पर ही बैठा दिया। किसी को खड़े होने की इजाजत भी नहीं दी। ट्रेन चले जाने के बाद में इन लोगों को पुलिस ने सीधा कंधईपुर भेज दिया। कंधईपुर के लोगों के साथ पुलिस ने मैलानी के ही वार्ड संख्या 6 दामोदरपुर निवासी खेमकरन यादव को भी परिवार समेत उतार लिया।
खेमकरन कहते रहे कि वह अपनी रिश्तेदारी में दुल्लापुर जा रहे हैं लेकिन पुलिस उनकी एक न मानी। ट्रेन छूटने के बाद खेमखरन को पत्नी और दो बेटों के साथ वापस लौटना पड़ा। मामले की जानकारी करने पर प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार दुबे का कहना था कि उनके पास किसी को पहचानने का कोई पैमाना नहीं है।