मेरठ।  प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या शुरू होते ही अखाड़ों से पहले आम जनता के लिए शाही स्नान खोल दिया गया। दो डुबकी लगाने के आदेश जारी किए गए, एक धर्म और एक कर्म की डुबकी।

अखाड़ों के स्नान के लिए जब कुछ घंटे बचे तो जगह को खाली कराना शुरू कर दिया। भीड़ अधिक होने के चलते सेक्टर 20 के पास रेलिंग टूट गई और भगदड़ मच गई। हमसे 100 मीटर की दूरी पर हादसा हुआ। भगदड़ देख ऐसा लगा कि आज नहीं बच पाएंगे। मोदीपुरम निवासी रवि चौधरी ने हादसे को नजदीक से देखा और वापस लौट कर जानकारी दी।

रवि ने बताया कि वह नंगली निवासी केपी, ओमपाल के साथ महाकुंभ में गए हुए थे। पिछले कई दिनों से वह वहां थे। बताया कि मंगलवार रात को अखाड़ों से पहले प्रशासन ने आम जनता के लिए शाही स्नान खोल दिया।

अखाड़ों का समय हुआ तो जगह खाली कराई जाने लगी, ताकि व्यवस्था न बिगड़े। भीड़ अधिक होने के चलते भगदड़ मच गई और लोग गिर गए। उन्होंने नजदीक से मौत को देखा।

राष्ट्रीय परशुराम परिषद का प्रयागराज महाकुंभ में सेक्टर नौ में शिविर लगा हुआ है। शिविर में मौजूद अजय भारद्वाज ने बताया कि मंगलवार रात में जब भगदड़ मची तो परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील भराला के निर्देश पर सभी पंडाल खोल दिए गए। लगभग पांच से छह हजार श्रद्धालुओं को पंडाल में रखा गया और सभी व्यवस्था उपलब्ध कराई गईं।

भगदड़ के दौरान हर कोई अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा था। उन्होंने कथा पंडाल से लेकर विश्राम पंडाल और अन्य पंडालों में श्रद्धालुओं को जगह दी। फिलहाल सब सामान्य है। सुनील भराला ने हादसे में श्रद्धालुओं की मौत पर शोक जताया।

डीएम डॉ. वीके सिंह का कहना है कि प्रयागराज महाकुंभ में मेरठ के किसी भी व्यक्ति के घायल होने की जानकारी नहीं मिली है। हम प्रयागराज प्रशासन से संपर्क साधे हुए हैं। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि महाकुंभ प्रयागराज में डयूटी पर मेरठ से करीब आठ सौ पुलिसकर्मी गए हैं, सब सुरक्षित हैं। प्रयागराज से मेरठ के किसी भी व्यक्ति के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।

प्रयागराज में महाकुंभ में भगदड़ हादसे में 90 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिसमें करीब 30 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश देते हुए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। यह आयोग एक समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा। पुलिस भी मामले की जांच करेगी और हादसे के कारणों की गहराई से पड़ताल की जाएगी। यही नहीं, गुरुवार को मुख्य सचिव और डीजीपी भी प्रयागराज जाकर घटना की समीक्षा करेंगे।