नई दिल्ली: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया है. ऋषि सुनक ने मंगलवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. सुनक 210 वर्षों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे युवा नेता हैं. ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री रह चुके 42 वर्षीय ऋषि सुनक एक धर्मनिष्ठ हिंदू हैं और अब प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका नया ठिकाना लंदन स्थित 10 डाउनिंग स्ट्रीट हो गया. 10 डाउनिंग स्ट्रीट ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास-सह-कार्यालय है.
ऋषि सुनक जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन चुके हैं, ऐसे में यूके के ही पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन की वह बात सच साबित हो गई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह दिन दूर नहीं, जब कोई भारतीय मूल का शख्स ब्रिटेन का प्रधानमंत्री होगा. दरअसल, साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन की यात्रा पर गए थे और उसी यात्रा के दौरान लंदन के वेम्बले स्टेडियम में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. वेम्बले स्टेडियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए ब्रिटेन के उस वक्त के पीएम डेविड कैमरन ने पीएम मोदी के सामने कहा था कि वह दिन दूर नहीं, जब कोई भारतीय मूल का शख्स ब्रिटेन का प्रधानमंत्री होगा.
अब 7 साल बाद यानी 2022 में पूर्व पीएम डेविड कैमरन की वह बात सच हो गई और भारतीय मूल के ऋषि सुनक यूके के प्रधानमंत्री बन चुके हैं. ऋषि सुनक ने मंगलवार को भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया और वादा किया कि वह संकटग्रस्त देश की जरूरतों को ‘राजनीति से ऊपर’ रखेंगे तथा अपनी पूर्ववर्ती द्वारा की गई ‘गलतियों को दुरुस्त’ करेंगे. यहां खास बात यह है कि ऋषि सुनक को दिवाली के दिन कंजर्वेटिव पार्टी का निर्विरोध नया नेता चुना गया था.
पेशे से बैंकर रहे सुनक ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर अपने पहले संबोधन में कहा कि उन्होंने ऐसे समय में कार्यभार संभाला है जब ब्रिटेन ‘गंभीर आर्थिक संकट’ का सामना कर रहा है. उन्होंने इसकी वजह कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध को बताया और उम्मीद जताई कि वह इन चुनौतियों का सामना करने में सफल होंगे. सुनक ने जोर दिया कि उन्होंने जिस उच्च पद को स्वीकार किया है, उससे वह ‘दबाव में नहीं’ हैं. इससे पूर्व सुनक ने महाराजा चार्ल्स तृतीय से बर्किंघम पैलेस में मुलाकात की.
दिवाली के ठीक एक दिन पहले ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 357 में से आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला, जबकि उन्हें जीत के लिए कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी. वहीं, ठीक दिवाली के दिन पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने की घोषणा के बाद सुनक को कंजरवेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुन लिया गया. भारतीय मूल के डॉक्टर पिता यशवीर और फार्मासिस्ट मां उषा के ब्रिटेन में जन्मे बेटे सुनक ने पिछले अभियान के दौरान अपनी प्रवासी जड़ों के बारे में विस्तार से बात की थी और पहले भारतवंशी वित्त मंत्री के तौर पर 11 डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली के दीये जलाकर इतिहास बनाने का भी उल्लेख किया था.