मेरठ. मेरठ के ऐतिहासिक मेला नौचंदी अब रफ्तार पकड़ेगा। जिला प्रशासन ने मेले के संचालन के लिए कुल 55 अफसरों और शहर के प्रमुख लोगों की मेला समिति घोषित कर दी है। इसके अलावा 30 उपसमितियां बनाई गई हैं जो कि मेले की विभिन्न व्यवस्थाओं को संभालेंगी। मेले में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर सीडीओ ने भी शनिवार को विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ बैठक की।
डीएम ने की समिति की घोषणा
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने शनिवार को मेला नौचंदी के लिए समिति की घोषणा कर दी। इस समिति में कुल 55 लोगों को शामिल किया गया है। जिसमें मेले की व्यवस्थाओं से जुड़े पुलिस, प्रशासन, नगर निगम, जिला पंचायत, बिजली, जल निगम, स्वास्थ्य आदि विभिन्न विभागों के 27 अफसरों को शामिल किया गया है। समाज के विभिन्न वर्गों के प्रमुख 28 लोगों को भी इस समिति में शामिल करके विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
पटेल मंडप में हर दिन कार्यक्रम
मेले की विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए 30 उपसमितियां गठित की गई हैं। जिनमें अधिकारी, कर्मचारी, सामाजिक लोगों को शामिल किया गया है। पटेल मंडप में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर सीडीओ शशांक चौधरी ने बैठक की। उन्होंने बताया कि नौचंदी मेले में इस बार काफी कुछ बेहतर व अलग देखने को मिलेगा। पटेल मंडप में हर दिन कार्यक्रम होंगे। दिन में और रात में अलग अलग कार्यक्रम होंगे।
इस पर इंटरनेट मीडिया पर लाइव प्रसारण की तैयारी
वहीं अभी तीन दिन पूर्व ही बचत भवन में नौचंदी मेले की तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम दीपक मीणा ने कहा था कि नौचंदी मेला एक प्रांतीय मेला है। मेला मेरठ की शान और गौरव है, इसलिए नौचंदी मेले को उत्साहपूर्वक व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। उन्होने कहा कि ईद के बाद मेला अपने पूरे स्वरूप में होगा। डीएम ने कमेटियो बनाते हुये उनके दायित्व निर्धारित किये। नौचंदी मेले को लेकर आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि नौचंदी मेले का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव प्रसारण भी कराने की व्यवस्था की जाए ताकि जो कार्यक्रम पटेल मंडप पर मंच पर हो उसका सीधा प्रसारण आमजन देख सके। डीएम ने ठेका संपादन समिति, निर्माण कार्य सत्यापन समिति, दुकान आवंटन समिति, स्मारिका समिति, कार्यालय व्यवस्था समिति, पेयजल व्यवस्था समिति, मंच एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति, आमंत्रण समिति सहित विभिन्न समितियों के नोडल अधिकारी नामित करते हुये उनके दायित्व भी निर्धारित करते हुए कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए थे।