बिर्रा । ग्राम पंचायत बिर्रा में वर्षो से जमे बंगाली झोलाछाप डाक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गलत ढंग से इलाज होने से लोगों की जान पर बन आ रही है। बिना, डिग्री डिप्लोमा के उपचार कर अपनी जेब भर रहे हैं। जबकि जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग इनके अवैध कारोबार पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है।

बम्हनीडीह विकासखंड के ग्राम पंचायत बिर्रा में आधा दर्जन से भी अधिक झोलाछाप डाक्टर अपनी दुकान दारी खुले आम चलाकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। बिर्रा के एक झोलाछाप डाक्टर बिना नर्सिंग होम एक्ट के नियम का पालन किये और स्वास्थ्य विभाग की बिना अनुमति के अवैध तरीके से लंबे समय से क्लिनिक का संचालन किया जा रहा था । शिकायत के बाद झोलाछाप डाक्टर के क्लिनिक को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया था और लोगों का इलाज करने से मना किया था । मगर उस डाक्टर ने स्थान बदल लिया और सिनेमा हाल के पास अवैध तरीके से क्लिनिक खोल कर लोगों का उपचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ स्थानीय नेताओं का झोलाछाप डाक्टर को संरक्षण मिला हुआ है।

बार – बार बदल रहे मौसम के चलते क्षेत्र में कई प्रकार की बीमारियां पनप रही हैं। जिसका फायदा झोलाछाप डाक्टर उठा रहे हैं। वेबिना डिग्री के नब्ज टटोलकर लोगों को टेबलेट, इंजेक्शन दे रहे हैं। इसके एवज में मोटी रकम वसूलकर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। छोटी हो या बड़ी बीमारी सभी एक जैसी दवाएं देते हैं, जिस कारण लोगों की हालत और बिगड़ जाती है। फिर उन्हें बड़े अस्पताल रेफर कर दिया जाता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। फिर भी जिम्मेदार अधिकारी ऐसे झोलाछाप डाक्टरों के विरूद्ध कार्रवाई करने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं।