दादरी. निकाय चुनाव के आते-आते सरगर्मियां तेज हो गई, पार्टियों के प्रत्याशियों के दांवपेच भी देखने को मिल रहे हैं. निकाय चुनाव में भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी जगभूषण गर्ग ने दादरी नगर पालिका से चेयरमैन का पर्चा दाखिल कर दिया है. भाजपा के बागी दादरी नगर पालिका अध्यक्ष पद के निर्दलीय प्रत्याशी जगभूषण गर्ग के घर बुधवार देर रात जीएसटी का हवाला देते हुए पुलिस ने छापा मारा. हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि वैश्य समाज के पदाधिकारी थाने पहुंचे थे. उनकी नाराजगी को सुना भी गया है.

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिली थी कि निकाय चुनाव में जगभूषण गर्ग पैसे बांट रहे हैं जिसकी वजह से पुलिस ने पूछताछ की थी. छापेमारी से जब सत्ता पक्ष के बागी उम्मीदवार पर आरोप लगा. तो वैश्य समाज ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला ले लिया है. वैश्य समाज के लोगों ने दादरी कोतवाली पहुंचकर नारेबाजी और नाराजगी दोनों जाहिर की है.

अग्रसेन धर्मशाला में वैश्य समाज के लोगों ने पंचायत भी की है. समाज के लोगों का आरोप है कि पार्टी जगभूषण से नाम वापस लेने का दबाव बना रही है. जीएसटी के नाम पर जगभूषण गर्ग और परिजनों को मानसिक तौर पर परेशान भी किया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक, वैश्य समाज की पंचायत की सूचना मिलते ही भाजपा प्रत्याशी गीता पंडित भी पहुंच गई. उन्हें देख समाज के लोगों ने नाराजगी जताई इस पर गीता पंडित ने कहा कि उनकी पार्टी जगभूषण पर कोई दबाव नहीं बना रहा है. इस दौरान जीएसटी के सर्वे से उनका और पार्टी का कोई संबंध नहीं है. जगभूषण के घर में जो हुआ वह गलत है उसके विरोध में, मैं समाज के साथ हूं.

हालांकि दादरी से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जग भूषण गर्ग के नामांकन करने से निकाय चुनाव का मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है. इस बार भाजपा प्रत्याशी के सामने तीन बड़े कारण चुनावी डगर को कठिन बना रहे हैं. इसमें कांग्रेस से ब्राह्मण प्रत्याशी का होना, भाजपा के बागी नेता का मैदान में उतरना और निवर्तमान अध्यक्ष का विरोध उनकी डगर मुश्किल बना सकता है. समय रहते भाजपा ने स्थिति नहीं संभाली तो जिले के 2 बड़े दिग्गज नेताओं की छवि खराब हो सकती है.